अमेरिका के साथ अंतरिम व्यापार समझौते पर बातचीत करने के बाद भारतीय दल वाशिंगटन से लौट आया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस समझौते को 9 जुलाई से पहले अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है, लेकिन कृषि और वाहन सेक्टर में कुछ मुद्दों को अभी भी सुलझाए जाने की जरूरत है, इसलिए चर्चा जारी रहेगी.
भारतीय दल का नेतृत्व मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल कर रहे हैं. वे वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव हैं. अधिकारी ने कहा कि वार्ता अंतिम चरण में है और इसके निष्कर्ष की घोषणा 9 जुलाई से पहले होने की उम्मीद है, जो भारत सहित कई देशों पर लगाए गए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जवाबी शुल्क के 90-दिवसीय निलंबन की अवधि का अंतिम दिन है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
अधिकारी ने कहा, ‘भारतीय टीम वाशिंगटन से वापस आ गई है, वार्ता जारी रहेगी. कृषि और वाहन क्षेत्रों में कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें हल करने की आवश्यकता है.’ भारत ने वाहन क्षेत्र में 25 प्रतिशत शुल्क को लेकर मुद्दा उठाया है. इसने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की सुरक्षा समिति में इस मामले को उठाया है.
भारत ने डब्ल्यूटीओ को यह भी बताया है कि उसने इस्पात और एल्युमीनियम पर अमेरिकी शुल्क के जवाब में चुनिंदा अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने का अधिकार सुरक्षित रखा है.
भारत की अलग-अलग देशों के साथ चल रही बात
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर कहा, ‘भारत अपनी शर्तों पर चर्चा करता है, अलग-अलग देशों के साथ चर्चा चल रही है, चाहे वह यूरोपियन यूनियन हो, न्यूजीलैंड हो, ओमान हो, अमेरिका हो, चिली हो या पेरू हो. भारत की कई देशों के साथ समझौते की बातचीत चल रही है. मुक्त व्यापार समझौता तभी होता है, जब दोतरफा लाभ हो और जब भारत के हितों को सुरक्षित रखते हुए सौदा किया जाता है, ये ध्यान में रखते हुए कि राष्ट्रीय हित हमेशा सर्वोच्च रहेगा.’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत हमेशा विकसित देशों के साथ सौदा करने के लिए तैयार है. भारत कभी भी कोई व्यापार सौदा समय सीमा के आधार पर नहीं करता है. जब सौदा अच्छा होता है और राष्ट्रीय हित में होता है तो हम इसे स्वीकार करते हैं.