बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की जोरदार मांग की है। काशी प्रवास के दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने भगवान विश्वनाथ के चरणों में प्रार्थना की है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह 7 नवंबर से 16 नवंबर तक एक विशेष पदयात्रा करने जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य हिंदू राष्ट्र की आवाज को और मजबूत करना है।
शास्त्री ने कहा कि भारत की रक्षा और सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखने के लिए हिंदू राष्ट्र की घोषणा जरूरी है। उन्होंने पड़ोसी देशों की स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हुए हैं। पाकिस्तान में कभी 22 प्रतिशत हिंदू थे, लेकिन अब उनकी संख्या घटकर सिर्फ 2 प्रतिशत रह गई है। बांग्लादेश में भी हाल ही में कई हिंसक घटनाएं हुईं, जिनमें हिंदुओं को निशाना बनाया गया।
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि भारत की स्थिति भी वैसी हो, जैसी पड़ोसी देशों की है। भारत में भाईचारा, विश्वास और एकता कायम रखने के लिए हिंदू राष्ट्र का विचार आवश्यक है। धीरेंद्र शास्त्री ने स्पष्ट किया कि भारत असल में हमेशा से हिंदू राष्ट्र रहा है, लेकिन अब इसे विचारों और जनमानस में स्थापित करना जरूरी है।
इस दौरान उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देश की संस्कृति और परंपराओं को मजबूत करने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा धर्म और अध्यात्म से जुड़ी है, जिसे बचाना और आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री पहले भी कई बार हिंदू राष्ट्र की मांग उठा चुके हैं। उनका कहना है कि यह आवाज सबसे पहले बिहार से उठेगी और पूरे देश में गूंजेगी। हालांकि, उनके इस बयान को लेकर कई राजनीतिक दलों ने आपत्ति जताई थी और उन पर राजनीतिक प्रभाव में होने के आरोप लगाए थे। लेकिन शास्त्री ने हमेशा यह कहा कि वह किसी दल के प्रवक्ता नहीं बल्कि हिंदू धर्म के विचारक हैं।
धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान के बाद एक बार फिर हिंदू राष्ट्र पर बहस तेज हो गई है और लोगों के बीच इसे लेकर समर्थन और विरोध दोनों देखने को मिल रहा है।