ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने नए साल के जश्न पर फतवा जारी किया है. उन्होंने कहा कि नए साल पर जो नौजवान युवा और युवती जश्न मनाते हैं, इस फ़तवे में उन्हें हिदायत दी गई है. नए साल का जश्न मनाना फक्र की बात नहीं है और न ही ये जश्न मनाया जाना चाहिए और इसकी बधाई दी जानी चाहिए. क्योंकि नए साल से ईसाईयों का नया साल यानी अंग्रेजी साल शुरू होता है.
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा कि किसी भी गैर-मज़हबी प्रथाओं को मनाना मुसलमानों के लिए सख्त नाजायज है. नए लड़के और लड़कियों को ये हिदायत दी गई है कि नए साल का जश्न ना मनाएं. मुसलमानों को नए साल का जश्न मनाने से बचना चाहिए.
#WATCH | Bareilly | National President of All India Muslim Jamaat, Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi says, "Chashme Darfta Bareilly has issued a fatwa regarding the celebration of New Year… The young men and women who celebrate New Year have been instructed in this fatwa that… pic.twitter.com/jAiDdD4w6r
— ANI (@ANI) December 29, 2024
फतवा में कही गईं हैं ये बातें
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा कि नए साल को लेकर मुस्लिम युवक और युवतियों के लिए एक फतवा जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि युवक और युवतियां नए साल का जश्न न मनाएं. क्योंकि नए साल से अंग्रेजी साल शुरू होता है. उन्होंने कहा कि नया साल ईसाईयों के लिए है. ऐसे में गैर मजहबी त्योहारों को अपनाना मुस्लिमों के लिए नाजायज है.
उन्होंने कहा कि जो मुस्लिम लड़के और लड़कियां नए साल का जश्न मनाएंगे और बधाई देंगे, वे गुनाहगार होंगे. नए साल पर जो भी नाच, गाना या फिर शराब का सेवन करेगा, वो इस्लाम के शरीयत का गुनाहगार होगा. ऐसे में मुस्लमानों को चाहिए को नए साल का जश्न मनाने से बचे.