‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम…’ ये वो भजन है जिसको हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. ये वो भजन है जिसमें प्यार और एकता का संदेश दिया गया है. अब इसी भजन को लेकर बवाल मच गया है. बवाल भी ऐसा कि इस भजन को गाने वाली मशहूर लोक गायिका देवी को जान से मारने की धमकी मिली है. उनसे कहा गया है कि सुधर जाओ वरना जहां महात्मा गांधी जी पहुंचे हैं, वहीं पहुंच जाओगी. सबसे पहले आपको बताते हैं कि ये बवाल कैसे शुरू हुआ.
दरअसल बीते 25 दिसंबर को बिहार की राजधानी पटना में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती पर बीजेपी ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इस मौके पर बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने शिरकत की थी. कार्यक्रम भोजपुरी लोक गायिका देवी को महात्मा गांधी के भजन, ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाया. इसी दौरान जब देवी ने इसी भजन के हिस्से ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ को गुनगुनाना शुरू किया तो कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोगों ने इसकी विरोध करना शुरू कर दिया और जय श्री राम के नारे लगाने लगे, जिसके बाद देवी को माफी मांगनी पड़ी.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
‘इस घटना से मैं हैरान हूं…’
वहीं अब गायिका को धमकी मिल रही है, उनसे कहा गया है कि जहां महात्मा गांधी जी पहुंचे हैं. वहीं पहुंच जाओगी. एक इंटरव्यू के दौरान देवी ने कहा कि वो इस पूरी घटना से हैरान हैं. उन्होंने कहा कि मंच पर वो एक ऐसा भजन गा रही थीं जो महात्मा गांधी का पसंदीदा था. उस मंच पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और अश्विनी चौबे, शाहनवाज हुसैन सहित बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद थे.
हिंदू पुत्र संगठन के लोगों ने मचाया बवाल
देवी ने बताया कि जैसे ही भजन में ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ लाइन आई वैसे ही कार्यक्रम में मौजूद हिंदू पुत्र संगठन, जिसके अध्यक्ष नागेश सम्राट हैं. इसी संगठन के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. हालात ऐसे हो गए कि मंच पर मौजूद लोगों को भिी समझ नहीं आ रहा था कि स्थिति को कैसे संभालें. देवी ने बताया कि इसी दौरान कुछ लोगों ने उनसे माफी मांगने की बात कही, जिसके बाद उन्होंने सॉरी बोला. उन्होंने कहा कि दिग्गज नेताओं के सामने इस तरह की बात होना ठीक नहीं है और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
‘देश गलत दिशा में जा रहा है’
देवी ने आगे कहा कि उन्होंने इस भजन के लिए माफी नहीं मांगी थी. ये भजन देश को एक अच्छा संदेश देता है. उन्होंने माफ़ी इसीलिए मांगी क्योंकि वो हंगामे को किसी भी तरह से शांत करना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि ये पूरे देश के लिए बेहद शर्मनाक बात है. इससे न सिर्फ एक महिला का बल्कि महात्मा गांधी का भी अपमान हुआ है. इस तरह की घटनाओं से देश गलत दिशा में जा रहा है.