भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए उसके पक्ष में वोट किया है. UN अध्यक्ष की ओर से कहा गया है कि स्टेट चार्टर के अनुच्छेद-4 के तहत फिलिस्तीन संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता के योग्य है. इससे पहले UNSC में अमेरिका ने फिलिस्तीन को सदस्य बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल किया था.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए उसके पक्ष में वोट किया है. UN महासभा ने फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्य बनाने के पक्ष में प्रस्ताव पारित किया है. इसके साथ ही सुरक्षा परिषद को फिर से इस मामले पर विचार के लिए कहा है.
UN अध्यक्ष की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव का समर्थन किया है. स्टेट चार्टर के अनुच्छेद-4 के तहत फिलिस्तीन संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता के योग्य है. उसे इसमें शामिल किया जाना चाहिए. सुरक्षा परिषद को इस मुद्दे पर फिर से विचार करना चाहिए.
https://twitter.com/UN_PGA/status/1788962054449058226?t=ZkXD0Y4BJ5HtisNSVuF9ag&s=19
बताते चलें कि इससे पहले अल्जीरिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने का प्रस्ताव लेकर पहुंचा था. इसके खिलाफ अमेरिका ने वीटो का इस्तेमाल किया था. फिलिस्तीन के पक्ष में 15 सदस्ययों वाली सुरक्षा परिषद में 12 वोट पड़े थे. 2 सदस्य अनुपस्थित थे. वैसे तो फिलिस्तीन को मिले वोट उसके सदस्य बनने की सीमा से भी ज्यादा थे, मगर वीटो की वजह से पूर्ण सदस्य नहीं बन पाया.
उम्मीद जताई जा रही थी कि अमेरिका प्रस्ताव पर वीटो नहीं करेगा. मगर, वो अपने पुराने रुख पर कायम रहा. अमेरिका के इस कदम की इजराइल ने प्रशंसा की भी थी. इजराइल ने कहा था, फिलिस्तीन को सात अक्तूबर के हमले के बाद UN सदस्यता देना हमास को सम्मान देने जैसा होता. आज तक फिलिस्तीन अथॉरिटी ने हमले की निंदा नहीं की है.