भारत ने नई दिल्ली स्थित स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत वहां के एक अधिकारी को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर दिया है और उससे 24 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा है. भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तानी अधिकारी के अपने कार्यक्षेत्र के इतर अन्य तरह की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के कारण की है. पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को भारत ने आज इस संबंध में एक डिमार्शे (कूटनीति में दूसरे देश के खिलाफ उठाया गया कदम) जारी किया और उनसे उपरोक्त अधिकारी को 24 घंटे के भीतर देश से बाहर भेजने के लिए कहा.
हालांकि, सरकार द्वारा पाकिस्तानी अधिकारी की पहचान और वह किन तरह की संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त था, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी को भारत में उसकी आधिकारिक स्थिति के अनुरूप नहीं होने वाली गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण अवांछित व्यक्ति घोषित किया है. अधिकारी को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है. पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को आज इस आशय का एक डिमार्शे जारी किया गया.’
यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच उठाया गया है, जब नई दिल्ली ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इस ऑपरेशन में भारत ने जैश, लश्कर और हिजबुल से जुड़े 9 आतंकी ठिकानों को एयरस्ट्राइक में नेस्तनाबूद कर दिया, जिसमें कम से कम 100 आतंकी मारे गए. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कूटनीतिक कदम उठाए थे, जिसमें नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में अधिकारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 करना शामिल था. इसके अलावा, भारत ने सभी पाकिस्तानी रक्षा सलाहकारों को भी निष्कासित कर दिया था और उन्हें एक सप्ताह के अंदर देश छोड़ने के लिए कहा था. साथ ही भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से भारत के रक्षा सलाकारों को वापस बुला लिया था और अपने राजनयिकों की संख्या कम कर दी थी.