“नफ़रत नहीं, मोहब्बत से बढ़ेगा हिंदुस्तान- पोरबंदर से पहलगाम की अहिंसा यात्रा पर निकले सद्दाम बापू का मेड़ता में भव्य स्वागत”

Rajasthan: “आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, और नफ़रत को तोड़कर मोहब्बत से जोड़ना ही हमारे भारत की असली पहचान है” इसी संदेश के साथ गुजरात के पोरबंदर से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम तक अहिंसा पैदल यात्रा पर निकले सैय्यद सद्दाम बापू उर्फ आज़ाद कादरी का मेड़ता सिटी पहुंचने पर ऑल मुस्लिम चैरिटेबल सोसायटी की ओर से भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया.

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यात्रा का उद्देश्य देश के कोने-कोने में शांति, एकता, भाईचारा और अखंडता का संदेश फैलाना है. यूनिक अध्यक्ष शौकत अली भाटी ने जानकारी देते हुए बताया कि बापू सद्दाम ने 30 मई 2025 को महात्मा गांधी की जन्मभूमि पोरबंदर से इस विशेष यात्रा की शुरुआत की थी. उनका लक्ष्य है कि वे 15 अगस्त से पहले कश्मीर के पहलगाम पहुंचकर अपनी यात्रा को समाप्त करें.

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बापू प्रतिदिन लगभग 30-35 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर रहे हैं और अब तक वे 2000 किलोमीटर से अधिक चल चुके हैं। इस यात्रा के माध्यम से वे न सिर्फ अहिंसा का संदेश दे रहे हैं, बल्कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी निंदा कर रहे हैं जिसमें जाति और धर्म पूछकर निर्दोषों पर हमला किया गया था.

बापू ने इस मौके पर कहा- “हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान देश में हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाना चाहता है, लेकिन भारत के लोग उसके नापाक मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. यह इंसानियत का दुश्मन है.”

बापू की इस ऐतिहासिक यात्रा को समर्थन देने के लिए केरल के प्रसिद्ध पैदल हज यात्री शिहाब चुट्टूर ने भी उनके साथ कुछ दूरी तक यात्रा की और उनका उत्साह बढ़ाया.

इस मौके पर ऑल मुस्लिम चैरिटेबल सोसायटी के संयोजक शौकत अली भाटी, सचिव इंसाफ अली रॉयल, महासचिव अमजद खान केके, वरिष्ठ सदस्य नयम छिम्पा, और खिदमत-ए-खल्क नागौर के सदर बिलाल खान सहित कई समाजसेवी एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे.

 

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