खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत पन्नू ने एक बार फिर अपनी उकसाने वाली हरकतों से सुर्खियां बटोरी हैं. पन्नू ने अब रूस पर बेबुनियाद आरोप लगाते हुए कहा है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में रूस की भूमिका थी. उसने दावा किया है कि रूस ने कनाडा स्थित अपने दूतावास से निज्जर के टेलीग्राम अकाउंट को हैक किया और उसकी जानकारी भारत को दी.
भारतीय और रूसी राजदूत को धमकी
SFJ ने भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और कनाडा में रूसी राजदूत ओलेग स्टेपानोव पर हमला करने की धमकी दी है. पन्नू ने कहा है कि जो भी इन राजदूतों की लोकेशन बताएगा, उसे $25,000 का इनाम दिया जाएगा. यह धमकी पन्नू की घृणित सोच और उसकी आतंकी मंशा को दर्शाती है.
अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिका ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, अमेरिकी सरकार अपने देश में सभी राजनयिक और कांसुलर कर्मियों की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है. यह बयान इस बात का प्रमाण है कि अमेरिका ऐसी धमकियों को बर्दाश्त नहीं करेगा और भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा.
रूस को घसीटने की नई साजिश
पन्नू की यह नई हरकत रूस को बेवजह निशाना बनाने की कोशिश है. विश्लेषकों का मानना है कि पन्नू और उसके खालिस्तानी समर्थक अब अपने अस्तित्व को बचाने के लिए हर संभव झूठ का सहारा ले रहे हैं. उनका भारत विरोधी रुख अब पर्याप्त नहीं है. इसलिए उन्होंने रूस को भी अपने षड्यंत्र का हिस्सा बना लिया है.
भारत और रूस के संबंधों पर हमला
पन्नू की यह हरकत स्पष्ट रूप से भारत और रूस के मजबूत रिश्तों को कमजोर करने की कोशिश है. भारत और रूस लंबे समय से रणनीतिक साझेदार रहे हैं और यह साजिश उन्हीं रिश्तों को खराब करने की मंशा रखती है.
पन्नू के आरोप और धमकियां न केवल बेबुनियाद हैं, बल्कि आतंक और नफरत फैलाने की साजिश का हिस्सा भी हैं. भारत और रूस की सरकारें और जनता इन साजिशों को अच्छी तरह समझती हैं. ऐसे आरोप आतंकी संगठन की निराशा और हताशा को भी उजागर करते हैं.