भारत के महानतम फुटबॉलर और नेशनल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास का ऐलान कर दिया है. इंटरनेशनल फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ियों में से एक दिग्गज भारतीय कप्तान छेत्री ने गुरुवार 16 मई की सुबह एक वीडियो बयान में इसका ऐलान कर अपने लाखों-करोड़ों फैंस को जोर का झटका दिया. पिछले करीब 1.5 दशक से भी ज्यादा वक्त से भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे 39 साल के सुनील ने बताया कि कुवैत के खिलाफ वर्ल्ड कप क्वालिफायर मुकाबला देश के लिए उनका आखिरी मैच होगा. हालांकि छेत्री अभी अपने क्लब बेंगलुरु FC के लिए खेलते रहेंगे.
सुनील छेत्री ने भारत के लिए अंडर-20 और अंडर-23 टीमों के साथ अपनी पहचान बनाई थी और फिर 2005 में सीनियर टीम में उनका डेब्यू हुआ था. इसके बाद से ही वो लगातार टीम इंडिया का हिस्सा बने रहे. पूर्व कप्तान और दिग्गज स्ट्राइकर बाईचुंग भूटिया के संन्यास के बाद छेत्री ने भी टीम इंडिया के अटैक की जिम्मेदारी संभाली और अकेले दम पर कई मुकाबलों में टीम इंडिया को जीत दिलाई.
https://twitter.com/chetrisunil11/status/1790953336901976541?t=NqxdgZbGPzVxKRo09pUg1w&s=19
भारतीय कप्तान छेत्री ने करीब 10 मिनट लंबे अपने वीडियो मैसेज मे बताया कि कुवैत के खिलाफ 6 जून को कोलकाता में होने वाला मुकाबला टीम इंडिया के साथ उनका आखिरी मैच होगा. ये मैच वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफाइंग राउंड का हिस्सा है, जहां टीम इंडिया ग्रुप-ए में दूसरे स्थान पर है. उससे आगे सिर्फ कतर है. इस क्वालिफायर में भारतीय टीम का प्रदर्शन खास नहीं रहा है और अगले राउंड में पहुंचने के लिए उसे हर हाल में ये मैच जीतना होगा. ऐसे में टीम इंडिया और खुद सुनील छेत्री अपने आखिरी मैच को यादगार बनाना चाहेंगे.
छेत्री ने टीम इंडिया के लिए अपने सबसे पहले मैच को याद किया और खुलासा किया कि कैसे मैच से पहले उन्होंने अपनी जर्सी पर परफ्यूम डाला था और उसे यादगार बनाया था. उन्होंने अपने पहले मैच में ही गोल भी दागा था. छेत्री ने करीब 19 साल लंबे अपने करियर के लिए अलग-अलग वक्त पर रहे कप्तानों, कोच, सीनियर और युवा टीममेट्स और सपोर्ट स्टाफ को शुक्रिया कहा. इसके साथ ही छेत्री ने कहा कि जो लोग चाहते थे कि वो रिटायर हो जाएं, उन्हें अब खुशी मिलेगी, साथ ही जो फैन उन्हें हमेशा सपोर्ट करते रहे, वो समझ सकें कि ये वक्त आगे बढ़ने का है.
छेत्री ने अभी तक भारत के लिए 150 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जो देश के लिए सबसे ज्यादा हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने इन 150 मैचों में कुल 94 गोल दागे हैं, जो न सिर्फ भारत के लिए सबसे ज्यादा हैं, बल्कि पूरी दुनिया में चौथे नंबर पर हैं. एक्टिव फुटबॉलर्स में उनसे आगे सिर्फ क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी जैसे महान फुटबॉलर हैं.