नई दिल्ली। जर्मनी में नौकरी करने गई भारतीय युवती काजल टेकवानी का अनुभव सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर बताया कि बर्लिन से म्यूनिख शिफ्ट होकर एक स्टार्टअप कंपनी में इंटर्नशिप शुरू की थी, लेकिन केवल दो दिन बाद ही उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।
ऑफर ठुकराकर कंपनी ज्वाइन किया
काजल का कहना है कि उन्होंने कई इंटरव्यू राउंड पास किए, दिए गए टास्क पूरे किए और अन्य ऑफर ठुकराकर इस कंपनी को ज्वाइन किया। शुरुआत में कंपनी खुश नजर आई और रहने की जगह भी उपलब्ध कराई। लेकिन दूसरे ही दिन हालात बदल गए। कंपनी के फाउंडर ने उनके रवैये और जज्बे पर सवाल उठाए और उसी शाम उन्हें नौकरी से हटा दिया।
कुछ मिनट की देर ले गई नौकरी
काजल ने बताया कि वे पहले रिमोट काम कर रही थीं और 1 सितंबर को म्यूनिख शिफ्ट हुईं। पहले दिन ऑफिस का माहौल अच्छा था, लेकिन दूसरे दिन आंख में इंफेक्शन के कारण कुछ मिनट देर से पहुंचीं। टीम को पहले ही जानकारी देने के बावजूद उसी दिन कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया।
कंपनी ने क्या कारण बताया
वहीं, काजल को निकालने के पीछे कंपनी ने जो वजह बताई वह टीम में फिट न होना, ज्यादा अनुभव की उम्मीद और समय की पाबंदी की कमी है। काजल का कहना है कि अगर यह सब समस्या थी तो इंटरव्यू के दौरान ही साफ हो जाना चाहिए था।
क्या है लोगों की प्रतिक्रिया
यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। कई यूजर्स ने इसे भारतीय युवाओं के लिए चेतावनी माना, तो कुछ ने कहा कि स्टार्टअप्स में स्थिरता कम होती है। कुछ लोगों ने इसे जर्मनी में बढ़ते जेनोफोबिया से जोड़ा, जबकि अन्य ने कहा कि इसे केवल पॉलिसी से जोड़ना सही नहीं होगा।