दृष्टि-10 (Drishti-10) एक शक्तिशाली मिसाइल है जो भारतीय नौसेना को विशाल समुद्री क्षेत्रों पर निगरानी रखने की क्षमता प्रदान करती है. अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने भारतीय नौसेना को दूसरा Drishti-10 स्टारलाइनर निगरानी ड्रोन सौंपा है. इससे शिपिंग लाइनों की निगरानी बढ़ेगी और समुद्र में होने वाली डकैती की वारदातों को रोकने में भी मदद मिलेगी.
जानकारी के मुताबिक इस साल की शुरुआत में भारतीय नौसेना को पहला ‘दृष्टि-10’ सौंपे जाने के बाद दूसरे मानवरहित हवाई वाहन (यूएवी) को नौसेना के समुद्री अभियानों में शामिल करने की प्रक्रिया गुजरात के पोरबंदर में शुरू की गई.
#AdaniDefence has delivered the 2nd Drishti-10 Starliner (Hermes 900) UAV to the #IndianNavy. pic.twitter.com/PLFl7DtyxY
— News IADN (@NewsIADN) December 4, 2024
एडवांस्ड टोही प्लेटफॉर्म
भारतीय अरबपति गौतम अदाणी के स्वामित्व वाले समूह अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस द्वारा हैदराबाद स्थित संयंत्र में बने Drishti-10 स्टारलाइनर ड्रोन एक एडवांस्ड खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) प्लेटफॉर्म है, जिसमें 36 घंटे की क्षमता और 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता है.
सभी मौसम में काम करता है
यूएवी प्रणाली की उड़ान योग्यता के लिए नाटो के STANAG 4671 सर्टिफिकेशन के साथ यह एकमात्र सभी मौसम में काम करने वाला सैन्य प्लेटफॉर्म है. जानकारी के मुताबिक यह प्लेटफॉर्म लंबे समय तक परिचालन उपलब्ध कराता है.
सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने ऐसे दो ड्रोन का ऑर्डर दिया है. पहला ड्रोन पंजाब के भटिंडा बेस पर तैनात करेगी, जहां से वह पाकिस्तान से लगती पूरी पश्चिमी सीमा पर नजर रख सकेगी.