ऑस्ट्रेलिया (Australia) में एडिलेड के रॉयस्टन पार्क में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए भारतीय मूल के नागरिक गौरव कुंदी (42) की मौत हो गई है. इस घटना ने ऑस्ट्रेलियाई पुलिस द्वारा कथित तौर पर अत्यधिक बल प्रयोग किए जाने पर गंभीर चिंता जताई है. 29 मई की सुबह हुई इस घटना के बाद 13 जून को रॉयल एडिलेड अस्पताल में कुंदी की मौत हो गई और इसकी तुलना अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड मामले से की जाने लगी है.
गौरव कुंदी को कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों ने जमीन पर पटक दिया, जबकि उनकी साथी अमृतपाल कौर ने घटना का वीडियो बनाया है. फुटेज में कुंदी को अपनी बेगुनाही का विरोध करते हुए, चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, “मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है,” जबकि कौर अधिकारियों से रुकने की गुजारिश करती हैं.
पुलिस ने गौरव कुंदी के साथ कैसा व्यवहार किया?
अमृतपाल कौर के मुताबिक, एक अधिकारी ने कथित तौर पर गौरव कुंदी की गर्दन पर अपना घुटना रखा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाथापाई के दौरान कुंदी का सिर पुलिस वाहन से टकराया, हालांकि उन्होंने घबराहट में फिल्मांकन बंद कर दिया और उस पल को रिकॉर्ड नहीं कर पाईं.
हालांकि, शुक्रवार को जारी एक बयान में साउथ ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने इन दावों का खंडन किया.
कमिश्नर की चल रही जांच के मुताबिक, जांचकर्ताओं द्वारा समीक्षा की गई बॉडीकैम फुटेज से कथित तौर पर पता चलता है कि किसी भी वक्त गौरव कुंदी की गर्दन पर घुटना नहीं रखा गया था, न ही उसका सिर वाहन या सड़क पर जबरन दबाया गया था.
अधिकारियों ने कहा कि गौरव कुंदी ने कथित तौर पर पुलिस के साथ टकराव के दौरान गिरफ्तारी का “हिंसक विरोध” किया था, जिसने उसके और कौर के बीच कथित विवाद में हस्तक्षेप किया था.
बयान में यह भी कहा गया है कि मेजर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्रांच इस मामले की जांच पुलिस हिरासत में मौत के रूप में कर रही है और राज्य कोरोनर, लोक अभियोजन निदेशक और सार्वजनिक अखंडता कार्यालय स्वतंत्र रूप से कार्यवाही की देखरेख करेंगे.
इसके अलावा, साउथ ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने भारतीय वाणिज्य दूतावास को घटना की जानकारी दे दी है क्योंकि इस मामले के गहन सार्वजनिक और राजनयिक जांच के दायरे में रहने की उम्मीद है.