यूके में हाल ही में हुए चुनाव में लेबर पार्टी ने बंपर जीत हासिल की, पार्टी ने 400 पार सीट हासिल कर पूरे 14 साल बाद सत्ता में वापसी की. जिसके बाद कीर स्टार्मर ने प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभाली. वहीं जहां लेबर पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की वहीं दूसरी तरफ लेबर पार्टी अपनी पिछले 37 साल की सीट बचाने में कामयाब नहीं हो पाई, भारतीय मूल की शिवानी राजा ने यह सीट पूरे 37 साल के बाद कंजर्वेटिव पार्टी की झोली में डाल दी.
शिवानी राजा ने लीसेस्टर ईस्ट से बंपर जीत हासिल की और लेबर पार्टी का गढ़ कहे जाने वाली सीट पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया. साथ ही शिवानी राजा ने मंगलवार को शपथ ली जिसकी वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दरअसल, शिवानी ने जिस समय सांसद पद की शपथ ली उस समय उन के हाथ में भगवत गीता थी, शिवानी ने हाथ में भगवत गीता थामे शपथ ली.
शिवानी राजा ने अपने शपथ ग्रहण का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जिसने हजारों भारतीयों का दिल जीत लिया. उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, लीसेस्टर ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने के लिए आज संसद में शपथ लेना सम्मान की बात थी. मुझे गीता पर महामहिम राजा चार्ल्स के प्रति शपथ लेते हुए गर्व महसूस हुआ.
It was an honour to be sworn into Parliament today to represent Leicester East.
I was truly proud to swear my allegiance to His Majesty King Charles on the Gita.#LeicesterEast pic.twitter.com/l7hogSSE2C
— Shivani Raja MP (@ShivaniRaja_LE) July 10, 2024
शिवानी राजा ने 14, 526 वोट हासिल किए और विपक्षी राजेश अग्रवाल को 4,426 वोटों से हराया. हालांकि 1987 से यह सीट लेबर का गढ़ रही है लेकिन शिवानी ने इस सीट से जीत का झंडा बुलंद किया. न सिर्फ शिवानी बल्कि 26 भारतीय मूल के लोगों ने यूके चुनाव में जीत हासिल की. यूके में 650 सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसमें लेबर पार्टी ने 412 सीटें हासिल की वहीं दूसरी तरफ ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी ने महज 121 सीटें हासिल की.
शिवानी राजा का जन्म लीसेस्टर में ही हुआ था, जबकि उनकी मां राजकोट से हैं और उनके पिता एक गुजराती हैं. उनके पिता लीसेस्टर 1970 में केन्या से आए थे. हालांकि शिवानी राजा परिवार के बिजनेस से जुड़ी हुई है. शिवानी राजा बताती है कि लोग सत्ता से नाखुश थे और साल 2022 में लीसेस्टर में दंगे भी हुए थे जिसके चलते उन्होंने राजनीति में आने का तय किया.