india vs south africa u19 women’s t20 world cup final updates: भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आईसीसी वूमेन्स अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप 2025 खिताब जीत लिया. रविवार (2 फरवरी) को कुआलालम्पुर के बयूमास ओवल में खेले गए फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से हराया. मुकाबले में भारतीय टीम को जीत के लिए 83 रनों का टारगेट मिला, जिसे उसने 11.2 ओवरों में ही हासिल कर लिया. भारतीय टीम की जीत में ओपनर बैटर गोंगाडी तृषा की अहम भूमिका रही. तृषा ने गेंदबाजी में तीन विकेट लिए, जबकि बल्ले से नाबाद 44 रन बनाए.
लगातार दूसरी बार चैम्पियन बनी टीम इंडिया
भारत ने लगातार दूसरी बार ये खिताब जीता है. टूर्नामेंट का पहला संस्करण साल 2023 में साउथ अफ्रीका में आयोजित हुआ था, जिसमें भारतीय टीम शेफाली वर्मा की कप्तानी में चैम्पियन बनी थी. इस बार भी भारतीय टीम का अब तक का अभियान शानदार रहा है और उसने टूर्नामेंट में अपने सभी सातों मैच जीते. निकी प्रसाद की अगुवाई वाली टीम ने तीनों डिपार्टमेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है.
India retain the #U19WorldCup after a rampant display in the final 🤩#SAvIND pic.twitter.com/magfylVYs6
— ICC (@ICC) February 2, 2025
फाइनल में टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत शानदार रही. जी कमलिनी और गोंगाडी तृषा ने मिलकर 4.3 ओवरों में 36 रनों की पार्टनरशिप की. कमलीनी 8 रन बनाकर कायला रेनेके की गेंद पर सिमोन लॉरेन्स के हाथों लपकी गईं. यहां से गोंगाडी तृषा और सानिका चालके ने शानदार साझेदारी करके भारत को जीत की मंजिल तक पहुंचाया. तृषा ने 8 चौके की मदद से 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए. वहीं सानिका चालके 26 रनों पर नाबाद लौटीं.
साउथ अफ्रीका की पारी की हाइलाइट्स
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 20 ओवरों में 82 रनों पर ढेर हो गई. साउथ अफ्रीका की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और उसे दूसरे ही ओवर में पहला झटका लगा, जब लेफ्ट-आर्म स्पिनर परुणिका सिसोदिया ने सिमोन लॉरेन्स (0) को बोल्ड कर दिया. तब साउथ अफ्रीका का स्कोर 11 रन था. फिर मीडियम पेसर शबनम शकील ने दूसरी ओपनर जेम्मा बोथा को विकेट के पीछे कैच आउट कराया. बोथा ने तीन चौके की मदद से 14 गेंदों पर 16 रन बनाए. 20 रनों के स्कोर पर ही साउथ अफ्रीका को तीसरा झटका लगा, जब बाएं हाथ की स्पिनर आयुषी शुक्ला ने दियारा रामलाकन (3) को बोल्ड कर दिया.
साउथ अफ्रीका के विकेट्स गिरने का सिलसिला जारी रहा. पार्टटाइम स्पिनर गोंगाडी तृषा ने कप्तान कायला रेनेके (7 रन) को पवेलियन भेजा. वहीं काराबो मेसो (10 रन) को आयुषी शुक्ला ने अपनी फिरकी में फंसाया. 44 रनों पर पांच विकेट गिरने के बाद मिके वैन वूरस्ट और फे काउलिंग ने पारी को संभालने की कोशिश की. दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 30 रनों की साझेदारी हुई.
फिर गोंगाडी तृषा ने एक ही ओवर में दो विकेट लेकर साउथ हालत फिर से खराब कर दी. तृषा ने मिके वैन वूरस्ट को स्टम्प आउट कराया. फिर उन्होंने सेशनी नायडू (0) को बोल्ड किया. मिके वैन वूरस्ट ने तीन चौके की मदद से 18 गेंदों पर सबसे ज्यादा 23 रन बनाए. इसके बाद लेफ्ट-आर्म स्पिनर वैष्णवी शर्मा ने एक ही ओवर में फे काउलिंग (15) और मोनालिसा लेगोडी (0) के विकेट लिए. जबकि पारी की आखिरी गेंद पर परुणिका सिसोदिया ने एशले वैन विक (0) को पवेलियन लौटा दिया. भारत की ओर से गोंगाडी तृषा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए. वहीं वैष्णवी शर्मा, परुणिका सिसोदिया और आयुषी शुक्ला को दो-दो सफलता हासिल हुई. भारत की ओर से स्पिनर्स ने इस मैच में कुल 9 विकेट लिए.
भारतीय टीम की प्लेइंग 11: जी कमलिनी (विकेटकीपर), गोंगाडी तृषा, सानिका चालके, निकी प्रसाद (कप्तान), ईश्वरी अवसरे, मिथिला विनोद, आयुषी शुक्ला, वीजे जोशिथा, शबनम शकील, परुणिका सिसोदिया, वैष्णवी शर्मा.
साउथ अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन: जेम्मा बोथा, सिमोन लॉरेन्स, दियारा रामलाकन, फे काउलिंग, कायला रेनेके (कप्तान), काराबो मेसो (विकेटकीपर), मिके वैन वूरस्ट, सेशनी नायडू, एशले वैन विक, मोनालिसा लेगोडी, नथाबिसेंग निनी.
भारतीय टीम का खिताबी सफर:
1. वेस्टइंडीज को 9 विकेट से दी मात
2. मलेशिया के खिलाफ 10 विकेट से जीत
3. श्रीलंका को 60 रनों से हराया
4. बांग्लादेश के खिलाफ 8 विकेट से जीत
5. स्कॉटलैंड को 150 रनों से हराया
6. सेमीफाइनल में इंग्लैंड पर 9 विकेट से जीत
7. फाइनल में साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से रौंदा