दुबई की एक गगनचुंबी अट्टालिका के 37वें माले से कथित बोसनियाई ड्रग माफिया की पत्नी अपने टिकटॉक अकाउंट पर लगातार वीडियो पोस्ट कर रही थी. रेंट पर लिया गया ये घर, अपार्टमेंट क्या रईसों का ख्वाबगाह था. यहां की लग्जरी हर किसी को लुभाती है.
लेकिन इन वीडियोज ने पत्रकारों को इतना सबूत तो दे दिया वे इसकी लोकेशन पता लगा सकें. जियो-लोकेशन स्पेशलिस्ट ने पता लगाया कि ये दुबई का ऑईकोनिक बुर्ज खलीफा है. पता चला कि करोड़ों डॉलर के इस अपार्टमेंट का मालिक कैंडिडो स्यू ओकोमो (Candido Nsue Okomo) नाम का शख्स है. ये व्यक्ति अफ्रीकी देश (Equatorial Guinea) की नेशनल ऑयल कंपनी का पूर्व चीफ रहा है और इस पर करोड़ों डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है.
इस अपार्टमेंट के किरायेदार की पहचान जेनिस कैड्रिक (Dženis Kadrić) के रूप में हुई है जो बोस्निया का कुख्यात ड्रग लॉर्ड है. अभी ये पता नहीं है कि कैंडिडो स्यू ओकोमो और जेनिस कैड्रिक एक दूसरे को जानते हैं या नहीं लेकिन रेंट एग्रीमेंट के जरिये इनका मिलना आधुनिक दुबई का प्रतीक है, जहां गोपनीयता और वर्षों की उदार नीतियों ने दुबई के मकान मालिकों की लिस्ट में ऐसे लोगों को डाल दिया है जिनकी ख्याति पर सुरक्षा एजेंसियां प्रश्न चिह्न उठाती रही है.
ओकोमो की बुर्ज खलीफा की प्रॉपर्टी से कुछ ही दूरी पर बुर्ज लेक होटल में एक अपार्टमेंट है, जिसके मालिक इराकी मूल के ब्रिटिश नागरिक श्वान मोहम्मद अल्मुल्ला हैं. 2021 में इस शख्स को अमेरिका ने इराक में ठेका हासिल करने के लिए लाखों डॉलर का रिश्वत देने का दोषी करार दिया है.
दुबई का पॉम शेप का ऑर्टिफिशियल आईलैंड अपने शानदार आर्किटेक्टर के लिए सुर्खियां बटोरता रहता है. इसी में एक फ्लैट जोसफ जोहान्स लीजडेकर्स का है. 32 साल का ये शख्स जिसे ‘चब्बी जोस’ के नाम से भी जाना जाता है, यूरोपियन यूनियन की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है. इस पर नारकोटिक्स ट्रैफिकिंग का संजीदा आरोप है.
नजदीक के पॉम टॉवर में एक ब्राजिलियन डैनिलो संताना गौविएया का एक फ्लैट है. इस शख्स पर बिटकॉइन के नाम पर करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. लेकिन अब ये शख्स दुबई में बतौर म्यूजिशियन ऐश की जिंदगी जीता है और अपने आलीशान फ्लैट की तस्वीरें इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा करता है.
दुबई में स्टील और कंक्रीट के जंगलों में कई ऐसे सफेदपोश शख्सियतों ने आशियाने खरीदें हैं जिनकी कमाई उनके देश में शक के घेरे में हैं. इस लिस्ट में बिजनेसमैन, ड्रग माफिया, मनी लॉन्ड्रर, आर्मी जनरल समेत समाज के कई कथित एलीट शामिल हैं.
इस पॉवरफुल लिस्ट में भारत, पाकिस्तान के धन कुबेर भी शामिल हैं. जिन्होंने करोड़ों- अरबों की कमाई से दुबई के समृद्धतम इलाकों में अपना आशियाना खरीदा है.
दुबई में ‘डर्टी मनी’ के इस सुरक्षित ‘निवेश’ को अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के एक संगठन ने बेनकाब किया है
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार ये डेटा लीक दुबई की प्रॉपर्टी मार्केट का असली बादशाह कौन है इससे पर्दा हटा देता है. पत्रकारों ने मुख्य रूप से 2020 से 2022 तक दुबई के प्रॉपर्टी मार्केट में हुए निवेश का 6 महीने तक विस्तृत अध्ययन किया और अपनी रिपोर्ट दी.
पाकिस्तान के अखबार dawn.com के अनुसार इस डेटा को सेंटर फॉर एडवांस्ड डिफेंस स्टडीज (C4ADS) नाम के गैर सरकारी संगठन ने हासिल किया. ये संस्था वाशिंगटन डीसी में स्थित है और अंतरराष्ट्रीय अपराध और संघर्षों पर शोध करती है.
इसके बाद इस डेटा को नार्वे की वित्तीय संस्था ई24 और ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) के साथ शेयर किया गया. इन संस्थाओं ने दुनिया भर की मीडिया एजेंसियों के साथ मिलकर तथ्यों को खंगाला और जांच किया. इसके बाद ये रिपोर्ट सामने आई है जिसे नाम दिया गया है ‘दुबई अनलॉक्ड'(Dubai Unlocked). इस जांच में 58 देशों के 74 साझेदार शामिल हैं.
हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भले ही कर्जे में गले तक डूबा है. पाकिस्तान को कर्ज लेने के लिए वर्ल्ड बैंक से लेकर अमेरिका के दरवाजे पर गुहार लगानी पड़ रही है. लेकिन कंगाल पाकिस्तान की असली हकीकत नहीं है. OCCRP की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक दुबई में रईस पाकिस्तानियों के 17 हजार से लेकर 22 हजार प्रॉपर्टी हैं. ये आंकड़े 2022 तक के हैं.
इस रिपोर्ट में आकलन किया गया है कि 2022 की शुरुआत में दुबई में मौजूद पाकिस्तानियों के इन अपार्टमेंट और विला की कीमत 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक थी. लेकिन पिछले दो वर्षों में प्रॉपर्टी मार्केट की कीमतों में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ ही इन आवासीय संपत्तियों का वास्तविक मूल्य अब 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक हो गया है.
dawn के अनुसार लिस्ट में जिन पाकिस्तानियों का नाम शामिल है उनमें राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के तीन बच्चे शामिल हैं. इसके अलावा हुसैन नवाज शरीफ (नवाज शरीफ के बेटे), इंटरनल मिनिस्टर मोहसिन नकवी की पत्नी, शरजील मेमन और परिवार के सदस्य, सीनेटर फैसल वावदा, फराह गोगी, शेर अफजल मारवात, चार एमएनए और आधा दर्जन एमपीए शामिल हैं. ये एमएनए और एमपीए सिंध और बलूचिस्तान से हैं.
आंकड़ों के अनुसार इंटरनल मिनिस्टर और पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन रजा नकवी की पत्नी का 2022 में अरेबियन रेंचेस पॉम कम्युनिटी में पांच बेडरूम का विला था. लेन-देन के आंकड़ों के अनुसार लक्जरी एस्टेट में विला 2017 में $1.18m में खरीदा गया था और 2023 में $1.23m में बेचा गया था.
इसके अलावा लिस्ट में पूर्व जनरल परवेज़ मुशर्रफ, पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज और एक दर्जन से अधिक रिटायर्ड जनरलों का भी नाम शामिल है. यही नहीं प्रॉपर्टी की इस लिस्ट में एक पुलिस प्रमुख, एक राजदूत और एक वैज्ञानिक भी शामिल हैं. ये सभी शख्सियतें खुद अपने नाम से या अपने पति/पत्नी के नाम से या फिर बच्चों के जरिये यहां पर जायदाद खरीदे हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज और उनकी पत्नी के नाम दुबई के बुर्ज विस्टा टॉवर में तीन बेडरूम का फ्लैट है.
पाकिस्तानियों ने दुबई में जो संपत्ति खरीदे हैं उनमें स्टूडियो अपार्मेंट, कमर्शियल प्रॉपर्टीज, पूरी इमारत, 6 बेडरुम के विला शामिल हैं. पाकिस्तानियों ने जहां प्रॉपर्टीज खरीदे हैं वो दुबई के सबसे महंगे इलाकों में हैं- जैसे दुबई मरीना, एमीरेट्स हिल्स, बिजनेस बे, पॉम जुमैरा और अल बरसा.
हालांकि डॉन ने यह भी स्पष्ट किया कि लिस्ट में किसी का नाम आना मात्र ही वित्तीय अपराध या कर धोखाधड़ी का सबूत नहीं है. न ही डेटा में निवास की स्थिति, आय के स्रोत, किराये की आय की घोषणा या पूंजीगत लाभ जैसी जानकारी शामिल है.
डॉन के अनुसार इस डाटा में 2022 तक दुबई में रेशिडेंशियल प्रॉपर्टी के मालिकों में भारतीय पहले स्थान पर आते हैं. OCCRP का डेटा लीक बताता है कि दुबई में भारतीयों के 35000 प्रॉपर्टी हैं और ये संपत्ति 29700 भारतीयों के नाम है. 2022 में इन संपत्तियों का कुल मूल्य 17 अरब डॉलर लगाया गया है.
2022 को आधार बनाकर जारी किए गए इस आंकड़े में दुबई में यूके के नागरिकों के पास 22,000 आवासीय संपत्तियां हैं और 19,500 लोग इसके मालिक हैं. इनकी कीमत 10 अरब डॉलर है, जबकि सऊदी नागरिकों के पास 16,000 संपत्तियां और 8,500 मालिक हैं, इनकी कीमत 8.5 अरब डॉलर है.