ईरान-इजराइल में बढ़ते तनाव के बीच भारत समेत 5 देशों ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है. इसमें नागरिकों को ईरान और इजराइल ना जाने की सलाह दी गई है. एडवाइजरी जारी करने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस शामिल हैं.
भारत ने शुक्रवार शाम को ट्रैवल एडवाइजरी में कहा है कि सभी भारतीय नागरिक अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा ना करें.
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘ईरान या इजराइल में रहने वाले भारतीय वहां के दूतावासों से फौरन संपर्क करें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं. सभी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और कम से कम बाहर निकलें.’
दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एम्बेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी. इसमें ईरान के दो टॉप आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे. इसके बाद ईरान ने इजराइल को बदला लेने की धमकी दी थी.
भारत ने यह ट्रैवल एडवाइजरी उस वक्त दी है जब अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने दावा किया है कि ईरान अगले दो दिन में इजराइल पर हमला कर सकता है. WSJ ने शुक्रवार को अमेरिकी इंटेलिजेंस के हवाले से ये जानकारी दी है.
WSJ ने रिपोर्ट में ईरानी अधिकारी के हवाले से बताया है कि ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई से हमले का प्लान साझा किया गया है. वो इसके मुमकिन असर का आकलन कर रहे हैं.
हालांकि, अधिकारी ने ये भी कहा है कि अभी फैसला फाइनल नहीं किया है. वहीं, इजराइल अपने उत्तर और पश्चिम दोनों हिस्सों में ईरान के हमले से निपटने की तैयारी कर रहा है.
ईरान-इजराइल में जारी तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सऊदी अरब, चीन, तुर्किये और कई यूरोपीय देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की. ब्लिंकन ने सभी देशों से ईरान को हमला ना करने के लिए मनाने को कहा है.
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा- विवाद को बढ़ावा देना किसी के भी हित में नहीं है. इससे पहले गुरुवार को अमेरिका ने इजराइल में काम करने वाले अपने नागरिकों और खासकर डिप्लोमैट्स के लिए एडवाइजरी जारी की. अमेरिका ने अपनी एम्बेसी के स्टाफ को यरुशलम, तेल अवीव या बीरशेबा शहर से बिना सावधानी के बाहर न जाने को कहा है.