जहां एक ओर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 7वें हफ्ते गिरावट देखने को मिली है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में इजाफा देखने को मिला है. आरबीआई के फ्रेश आंकड़ों के अनुसार भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 18 बिलियन डॉलर की गिरावट देखी गई है. खास बात तो ये है कि बीते 50 दिनों यानी 7 हफ्तों में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 47 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिल चुकी है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में 29 बिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर दोनों के विदेशी मुद्रा भंडार की क्या स्थिति देखने को मिल रही है?
लगातार 7 हफ्ते में गिरावट
आरबीआई ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि 15 नवंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 17.761 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 657.892 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया. विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 7वें हफ्ते में गिरावट देखने को मिली है. 8 नवंबर को समाप्त पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में, कुल भंडार 6.477 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 675.653 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. जबकि सितंबर के अंत में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 704.885 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया था. अब कई हफ्तों से गिर रही है, ऐसे समय में जब रुपया भी दबाव में है.
गोल्ड रिजर्व में भी गिरावट
15 नवंबर को समाप्त सप्ताह में फॉरेन करेंसी असेट्स में भी गिरावट देखने को मिली. शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार फॉरेन करेंसी असेट्स 15.548 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 569.835 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. आरबीआई ने कहा कि सप्ताह के दौरान सोने का भंडार 2.068 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 65.746 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. शीर्ष बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 94 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 18.064 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए. शीर्ष बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के साथ भारत की आरक्षित स्थिति भी 51 मिलियन अमेरिकी डॉलर कम होकर 4.247 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई.
पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में इजाफा
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के विदेशी मुद्रा भंडार में 29 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई है. बैंक ने कहा कि 15 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बैंक का कुल विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 11.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. एसबीपी ने कहा कि कमशिर्सयल बैंकों द्वारा रखा गया शुद्ध विदेशी भंडार लगभग 4.7 बिलियन डॉलर था. दक्षिण एशियाई देश का कुल तरल विदेशी भंडार लगभग 16 बिलियन डॉलर था.