भारत की परमाणु तैयारी में नई रफ्तार, 180 वॉरहेड्स के पार पहुंचा जखीरा: SIPRI रिपोर्ट

भारत ने सिर्फ परमाणु हथियार नहीं बढ़ाए, बल्कि उन्हें लॉन्च करने के लिए नई और बेहतर तकनीक भी तैयार की है. नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाकर 180 कर ली है. 2024 में ये संख्या 172 थी. जानें अन्य देशों का हाल…

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दुनिया के परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाले संगठन SIPRI (स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट) की नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाकर 180 कर ली है. 2024 में ये संख्या 172 थी. इस तरह भारत ने पाकिस्तान पर अपनी बढ़त बनाए रखी है.

रिपोर्ट बताती है कि भारत ने सिर्फ परमाणु हथियार नहीं बढ़ाए, बल्कि उन्हें लॉन्च करने के लिए नई और बेहतर तकनीक भी तैयार की है. भारत की कैनिस्टर वाली मिसाइलें अब परमाणु हथियारों के साथ आसानी से कहीं भी ले जाई जा सकती हैं. ये मिसाइलें अब शांति काल में भी इस्तेमाल के लिए तैयार रखी जा सकती हैं.

अग्नि-5 भारत की नई ताकत

भारत के अगली पीढ़ी के हथियारों में अग्नि प्राइम (Agni-P) और MIRV तकनीक से लैस अग्नि-5 प्रमुख हैं. अग्नि-पी की रेंज 1000 से 2000 किलोमीटर तक है और यह पूरी तरह कैनिस्टर युक्त है.

वहीं, अग्नि-5 की रेंज 5,000 किलोमीटर से अधिक है और यह एक साथ कई वॉरहेड्स को अलग-अलग लक्ष्यों पर भेज सकती है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस ‘मिशन दिव्यास्त्र’ की सफलता पर DRDO वैज्ञानिकों की सराहना भी की थी.

पाक की भी तैयारी, लेकिन भारत से पीछे

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने भी 2024 में परमाणु हथियार ले जाने वाले नए प्लेटफॉर्म्स पर काम किया और अधिक फिसाइल सामग्री एकत्र की. लेकिन भारत की तुलना में उसकी रफ्तार धीमी रही.

चीन बना सबसे तेज परमाणु विस्तार करने वाला देश

SIPRI ने बताया कि चीन 2023 से हर साल 100 नए परमाणु हथियार जोड़ रहा है और अब तक उसने 350 आईसीबीएम साइलो (ICBM silos) का निर्माण पूरा कर लिया है या करीब है. अगर यही रफ्तार रही, तो चीन 2035 तक 1,500 परमाणु हथियारों तक पहुंच सकता है हालांकि यह संख्या अभी भी रूस और अमेरिका से काफी कम होगी.

वैश्विक परमाणु आंकड़े चौंकाने वाले

जनवरी 2025 तक वैश्विक परमाणु वॉरहेड की संख्या 12,241 बताई गई है, जिनमें से 9,614 सैन्य उपयोग के लिए तैयार स्थिति में हैं. इनमें से करीब 3,912 वॉरहेड्स ऑपरेशनल मिसाइलों और विमानों पर तैनात हैं, जबकि 2,100 वॉरहेड्स हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं, जिनमें अधिकांश रूस और अमेरिका के पास हैं. SIPRI ने यह भी संकेत दिया कि अब चीन भी शांति काल में मिसाइलों पर परमाणु वॉरहेड तैनात करने लगा है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिहाज से नई चिंता है.

दुनिया में खतरे की घंटी

SIPRI ने यह भी कहा है कि अगर इसी तरह परमाणु हथियारों की दौड़ चलती रही तो दुनिया के लिए यह खतरनाक हो सकता है. क्योंकि सभी नौ परमाणु संपन्न देश अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इज़रायल अब अपने परमाणु जखीरे को तेजी से आधुनिक बना रहे हैं.

 

 

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