भारत में ई-कॉमर्स का परिदृश्य एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है, जिसमें क्विक कॉमर्स खिलाड़ियों की तेजी से बढ़ती उपस्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. उपभोक्ताओं की उम्मीदें बढ़ने के साथ ही हाइपर-फास्ट डिलीवरी का वादा हमारे रोजमर्रा के सामानों की खरीदारी के तरीके को बदल रहा है. आइए उन प्रमुख खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं, जो भारत में सुविधा को नए सिरे से परिभाषित कर रहे हैं:
*ब्लिंकिट:*
– रेवेन्यू रन रेट: ₹10,000 करोड़ वार्षिक
– वृद्धि दर: 150% वार्षिक
– वैल्यू: $25 बिलियन से अधिक
*स्विगी का इंस्टामार्ट:*
– रेवेन्यू: ₹6,000 करोड़
– लगभग IPO के लिए तैयार: $12 बिलियन से $15 बिलियन के बीच वैल्यू की तलाश
*जेप्टो:*
– रेवेन्यू: ₹7,500 करोड़
– हालिया फंडिंग: $665 मिलियन जुटाए
– वैल्यू: $3 बिलियन से अधिक
*मुख्य विशेषताएं:*
*तेजी से वृद्धि:* क्विक कॉमर्स मॉडल 10 मिनट में डिलीवरी का वादा करता है, जो पहले के अगले दिन डिलीवरी मानक से एक बड़ी छलांग है.
*नवाचारी लॉजिस्टिक्स:* शहरी केंद्रों में रणनीतिक रूप से स्थित मिनी-वेयरहाउस या डार्क स्टोर्स का उपयोग
*उत्पाद विस्तार:* मूल रूप से स्नैक्स और रोजमर्रा के सामानों पर केंद्रित, अब उच्च मूल्य के उत्पादों जैसे इयरपॉड्स और मोबाइल फोन में प्रवेश कर रहा है.
*ग्राहक संतोष:* ब्लिंकिट प्रति ऑर्डर ₹615 के प्रभावशाली आंकड़े के साथ अग्रणी है, जो बेहतर यूनिट इकॉनमिक्स को दर्शाता है.
*बाजार संभावनाएं:*
भारत में ई-कॉमर्स का सकल माल मूल्य 2023 में $60 बिलियन तक पहुंच गया, जो वार्षिक रूप से 20% से अधिक की दर से बढ़ रहा है. फैशन, जो सबसे बड़ा ई-कॉमर्स श्रेणी है, राजस्व का 27% हिस्सा रखता है और यह क्विक कॉमर्स क्रांति के लिए तैयार है.
*प्रतिस्पर्धी परिदृश्य:**
*फ्लिपकार्ट:* अपना क्विक कॉमर्स शाखा लॉन्च कर रहा है.
*अमेज़न:* इंस्टामार्ट या संभवतः स्विगी को अधिग्रहित करने में रुचि की अफवाहें
*टाटा ग्रुप का बिग बास्केट और रिलायंस का डंजो* – भले ही ये छोटे बाजार में हों, लेकिन इनके पास बड़े फंडिंग और विस्तार की क्षमता है.
*दृष्टिकोण के साथ नेतृत्व:*
जोमैटो के CEO दीपिंदर गोयल अपने क्विक कॉमर्स व्यवसाय को उनके फूड डिलीवरी सेगमेंट से तीन गुना बड़ा होते हुए देखते हैं. इस क्षेत्र को बदलने वाली दृष्टि का यह एक प्रमाण है.
ई-कॉमर्स में यह गतिशीलता एक अभूतपूर्व सुविधा और उपभोक्ता संतुष्टि के युग को ला रही है. जैसे-जैसे ये बड़ी प्रतियोगिताएं आकार लेती हैं, एक बात स्पष्ट है – भारतीय उपभोक्ता को सबसे अधिक लाभ होगा. उन 17 साल के लड़कों को शाबाशी जिन्होंने जेप्टो को देश के सामने लाया.
लेखक: अमनदीप सिंह
डायरेक्टर, Gift Kya De
ई-कॉमर्स एक्सपर्ट
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