भारत की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और राजस्थान का विकास… जानें जयपुर में किस मुद्दे पर क्या बोले गृह मंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को जयपुर के दादिया गांव में सहकार एवं रोजगार उत्सव को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया अब जानती है कि किसी को भी भारत के नागरिक, उसकी सीमा या उसकी सेना से छेड़खानी नहीं करनी चाहिए वरना इसका अंजाम भुगतना पड़ता है. गृह मंत्री ने कहा कि मोदी ने देश को सुरक्षित करने का सबसे बड़ा काम किया है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला भी बोला.

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गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के राज में आए दिन आतंकवादी हमले होते थे. इससे देश त्रस्त था. मगर, अब ऐसा नहीं होता है. उरी में हमला हुआ तो भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की. पुलवामा में हमला हुआ तो एयर स्ट्राइक की और पहलगाम में हमला हुआ तो ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के परखच्चे उड़ा दिए.

विकसित भारत के लक्ष्य को सच्चाई में बदलने का काम

उन्होंने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दिया है कि भारत के नागरिक, भारतीय सेना और और भारत की सीमा से छेड़खानी नहीं करनी, नहीं तो नतीजे भुगतने पड़ते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ये संदेश देकर एक समृद्ध, सुरक्षित और विकसित भारत के लक्ष्य को सच्चाई में बदलने का, जमीन पर उतारने का काम किया है.

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 27 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया गया है. इस दौरा उन्होंने भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कम समय में बहुत सारे काम किए हैं.

भजनलाल सरकार ने पेपर लीक माफिया को कड़ा संदेश दिया

गृह मंत्री ने कहा कि राजस्थान पहले पेपर लीक से परेशान था. मगर, भजनलाल सरकार ने एसआईटी का गठन करके पेपर लीक माफिया को कड़ा संदेश दिया है. राज्य ने निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर साइन किए हैं. इतना ही नहीं तीन लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर काम शुरू हो चुका है. इस सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम किया है.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले सौ साल के अंदर सहकारिता ने देश के विकास में बड़ा योगदान दिया लेकिन आने वाले 100 साल सहकारिता के हैं. हर गांव, हर गरीब, हर किसान तक सहकारिता को पहुंचाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री ने स्वतंत्र सहकारिता मंत्रालय स्थापित किया है. मंत्रालय ने पिछले 4 साल में इस क्षेत्र को मजबूत करने के लिए 61 पहल की हैं.

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