14 सितंबर, 21 सितंबर और अब 28 सितंबर…. एशिया कप फाइनल में में सूर्यकुमार यादव ने टॉस के समय फिर पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा से हाथ नहीं मिलाया. वहीं टॉस के समय मैदान पर मौजूद रहे कमेंटेटर रवि शास्त्री ने भी सलमान आगा से बात नहीं की, जो अक्सर टॉस करते हुए दोनों कप्तानों से बात करते हैं.
वैसे यह क्रिकेट की काफी पुरानी परंपरा है कि टॉस के समय मैदान पर मौजूद कमेंटेटर बात करता है. इस दौरान टीम रणनीति और प्लेइंग इलेवन के बारे में बात की जाती है. हालांकि पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा से टॉस के बाद रवि शास्त्री ने नहीं, बल्कि वकार यूनुस ने बात की. दरअसल, टॉस के समय कमेंटेटर के तौर पर शास्त्री के अलावा वकार भी मौजूद थे.
14 सितंबर को लीग मैच, 21 सितंबर को सुपर-4 मैच के दौरान यह नजारा देखने को मिला था. फाइनल में टॉस सूर्यकुमार यादव ने जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया.पाकिस्तानी टीम पहले बल्लेबाजी को मौका मिला है.
वहीं एशिया कप 2025 के फाइनल में भी टॉस के समय एक बार फिर वही हुआ, जिसकी उम्मीद थी. टॉस हुआ लेकिन सूर्या ने आगा को इग्नोर कर दिया. शुरुआती दो मैच में भी सूर्या ने पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया था.
वैसे भारतीय टीम इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही है. वहीं पाकिस्तान ने उतार-चढ़ाव के बावजूद खिताबी दौड़ में कदम रखा. एशिया कप के पिछले मैच के बाद से ही दोनों टीमों के खिलाड़ियों के रवैये पर चर्चा तेज है. सोशल मीडिया पर ‘नो हैंडशेक’ फिर से ट्रेंड कर रहा है.
सूर्या पाए गए थे दोषी, लगा था फाइन
हाल में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए मैदानी विवाद के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव और हारिस रऊफ icc के कोड ऑफ कंडक्ट के दोषी पाए गए थे. सूर्या और हारिस रऊफ दोनों पर ही 30% का जुर्माना लगाया गया. इस पर bcci और pcb दोनों ने ही मामले को चुनौती दी थी.
अब सवाल है क्या हैंडशेक जरूरी है?
क्या हैंडशेक करना जरूरी है, icc का नियम क्या कहता है? दरअसल यह अनिवार्य नहीं है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (icc) के रूल्स में कहीं इस बात का जिक्र नहीं है कि हैंडशेक करना जरूरी है. अंपायर और खिलाड़ी मैच से पहले या मैच के बाद हैंडशेक केवल खेल भावना (sporting spirit) को ध्यान में रखकर करते हैं. ये परंपरा क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों में भी देखने को मिलती है.
वहीं आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.1.8 के अनुसार ऐसा आचरण खेल भावना के खिलाफ और खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाला माना जाता है. इसे लेवल-1 और लेवल-2 में लिस्ट किया गया है. लेवल-1 ऑफेंस (अपराध)के लिए चेतावनी देकर छोड़ी जा सकती है या 2,000 डॉलर तक का जुर्माना (fine) लग सकता है. वहीं लेवल-2 का मामला होने पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना (fine) लग सकता है और डिमेरिट प्वाइंट्स मिल सकते हैं. किसी प्लेयर के खाते में 24 महीनों के भीतर चार या उससे ज्यादा डिमेरिट अंक जमा होने कुछ मैच का बैन भी लगता है.
भारत की प्लेइंग इलेवन: अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), तिलक वर्मा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, रिंकू सिंह, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती.
पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन: साहिबजादा फरहान, फखर जमां, सैम अयूब, सलमान आगा (कप्तान), हुसैन तलत, मोहम्मद हारिस (विकेटकीपर), मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ, शाहीन आफरीदी, हारिस रऊफ, अबरार अहमद.