भारत में एविएशन सेक्टर लगातार ग्रोथ कर रहा है और घरेलू फ्लायर्स के मामले में तो ये दुनिया के टॉप देशों में शुमार हो चुका है. ऐसे में देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो ने एक बड़ा ऐलान किया है. कंपनी अपनी महिला पायलट्स की संख्या को जल्द ही 1,000 से ज्यादा करने वाली है. इसके लिए उसने पूरी तैयारी कर ली है. इसका मतलब ये हुआ कि जल्द ही इंडिगो में महिला पायलट्स को बड़े पैमाने पर नौकरियां मिलनी शुरू होंगी.
इंडिगो का कहना है कि इस फैसले की वजह कंपनी का अपने वर्कफोर्स को ज्यादा अलग और समावेशी बनाने का लक्ष्य है. कंपनी अपने टोटल वर्कफोर्स में अगले साल तक महिला पायलटों की संख्या 1,000 से ज्यादा करेगी. अभी कंपनी के पास करीब 800 महिला पायलट हैं.
इंडिगो ग्रुप के चीफ एचआर सुखजीत एस. पसरीचा का कहना है कि कंपनी एयरलाइन इंजीनियरिंग और फ्लाइंग स्टाफ समेत हर सेगमेंट में बड़े पैमाने पर समावेशिता को बढ़ावा दे रही है. इसी के मद्देनजर कंपनी ने महिला पायलटों की संख्या में इजाफा करने का फैसला किया है. उनका कहना है कि समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए कंपनी 360 डिग्री एप्रोच पर काम कर रही है.
इंजीनियरिंग सेगमेंट में महिलाओं की संख्या में कुल मिलाकर करीब 30 प्रतिशत की ग्रोथ हुई है. अभी देश की सभी एयरलाइंस में इंडिगो के पास ही सबसे ज्यादा महिला पायलट हैं. ये कंपनी के टोटल पायलट्स का करीब 14 प्रतिशत है. ग्लोबल लेवल पर भी एयरलाइंस में महिला पायलट्स का औसत 7 से 9 प्रतिशत है.
इंडिगो का कहना है कि महिला पायलटों की संख्या को 1,000 के पार ले जाने का टारगेट अगस्त 2025 तक पूरा हो जाएगा. इंडिगो अभी रोजाना 5000 से अधिक फ्लाइट्स का संचालन करती है. कंपनी के पास टोटल 5,000 से अधिक पायलट हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कंपनी ने बुधवार को अपने एयरबस और एटीआर विमानों के लिए 77 महिला पायलटों को शामिल किया. इंडिगो के पास 31 मार्च 2024 तक 36,860 परमानेंट एम्प्लॉई थे. इसमें 5,038 पायलट और 9,363 केबिन क्रू शामिल थे. गिनती में 713 महिला पायलट शामिल थीं. इसमें LGBTQ वर्ग के कर्मचारी भी हैं.