मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक फाइनेंस कंपनी के साथ बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। संयोगितागंज इलाके में स्थित कंपनी की शाखा पर अमित नामक व्यक्ति सोने के आभूषण गिरवी रखकर 23 लाख रुपए का लोन लेने पहुंचा। कंपनी ने प्रारंभिक जांच में सोने को असली मानते हुए लोन दे दिया।
लोन राशि जारी होने के बाद जब कंपनी ने नियम के अनुसार गिरवी रखे सोने की जांच मुख्यालय भेजी, तो रिपोर्ट में पता चला कि सोना नकली था। फाइनेंस कंपनी ने तुरंत पुलिस को जानकारी दी और संयोगितागंज थाना में चार आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया।
जांच में पता चला कि अमित अकेला नहीं था। उसके साथ पार्श्वनाथ, संजय और सुनील भी इस फर्जीवाड़े में शामिल थे। आरोपियों ने मिलकर नकली सोने के आभूषण गिरवी रखकर 23 लाख रुपए का लोन हासिल किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वित्तीय संस्थानों और फाइनेंस कंपनियों के लिए ऐसे मामले बड़ी चुनौती हैं। अक्सर यह काम गिरोहबद्ध तरीके से होता है। कंपनी की सतर्कता और समय पर रिपोर्टिंग के कारण ही फर्जीवाड़ा उजागर हो सका। अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
इस घटना से यह भी स्पष्ट हुआ कि फाइनेंस कंपनियों को लोन स्वीकृति के समय आभूषणों की जांच और सुरक्षा प्रक्रिया को और सख्त करना चाहिए। इससे भविष्य में ऐसे अपराधों की रोकथाम संभव हो सकेगी।