Indore: मेडिकल कॉलेज फर्जीवाड़ा मामला, भदौरिया की सोसायटी और यूनिवर्सिटी की जांच करेगी सीबीआई

इदौर। फर्जी तरीकों से मेडिकल कॉलेजों की मान्यता दिलाने एवं निरीक्षण प्रक्रिया में हेराफेरी के आरोपित सुरेश भदौरिया के बेटे मयंक की वेलफेयर सोसायटी और मालवांचल विश्वविद्यालय भी जांच की जद में आ गया। सीबीआइ द्वारा दर्ज एफआईआर में इसका उल्लेख किया गया है। एजेंसी का दावा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से आरोपित कॉलेज संचालकों से अड़ीबाजी कर करोड़ों रुपयों की वसूली कर रहे थे। रुपयों का लेनदेन हवाले के माध्यम से होता था।

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सीबीआइ का दावा है कि सुरेश भदौरिया (गुलमोहर कॉलोनी) के इंडेक्स मेडिकल कालेज (खुड़ैल) में ज्यादा अनियमितताएं है। कमेटी के निरीक्षण के पूर्व कॉलेज में काल्पनिक रोगियों का प्रवेश दर्शाया गया था। बायोमेट्रिक प्रणाली के साथ भी छेड़छाड़ की जा रही थी। उसने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के न्यूनतम मानकों को पूरा करने के लिए स्थाई संकाय आवश्यकताएं (एमएसआर) के लिए कृत्रिम क्लोन फिंगर इम्प्रेशन कर कॉलेज में डॉक्टरों की फर्जी नियुक्ति दर्शाई है।

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सुरेश भदौरिया स्वास्थ्य मंत्रालाय के अधिकारी चंदन कुमार के संपर्क में था। वह गोपनीय सूचनाएं उस तक पहुंचा देता था। आयोग के दौरे और निरीक्षण की जानकारी मिलने पर भदौरिया अन्य कॉलेज संचालकों से करोड़ों रुपये की अवैध वसूली करता था। रुपयों का लेनदेन हवाले के जरिए होता था। भदौरिया के सहयोगी संस्थानों पर स्नातक, स्नाकोत्तर, पीएचडी, अयोग्य उम्मीदवारों को डिग्री, बैक डेटेड, पेशेवर अनुभव प्रमाणपत्रों का निर्माण, मार्कशीट, थीसिस फर्जी तरीके से तैयार करने का अंदेशा जताया गया है।

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