सीएम विष्णुदेव साय की पहल: जशपुर में पहली बार विमान उड़ाने का प्रशिक्षण, सीजी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी रायपुर के 100 कैडेट्स को ट्रेनिंग

जशपुर जिले के आदिवासी अंचल में पहली बार हल्के विमान उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्साह और रोमांच का माहौल बना हुआ है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की विशेष पहल से शुरू हुए इस ऐतिहासिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में 3 सीजी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी रायपुर के चयनित कैडेट्स को पायलट बनने की दिशा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. हर सुबह जब ट्वीन-सीटर एसडब्ल्यू 80 विमान आसमान में ऊंची उड़ान भरता है, तो आस-पास के लोगों के लिए यह दृश्य किसी सपने के साकार होने जैसा लगता है.

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युवाओं के सपनों को नई उड़ान

यह पहली बार है जब रायपुर से बाहर जशपुर में इस स्तर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आदिवासी अंचल के युवाओं के लिए यह न केवल एक सुनहरा अवसर है, बल्कि उनके पायलट बनने के सपने को साकार करने का मंच भी है. लगभग एक महीने तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में कुल 100 कैडेट्स को विमान उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसकी शुरुआत 10 कैडेट्स से हो चुकी है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य प्रदेश के प्रत्येक युवा को अपने सपनों को साकार करने का अवसर देना है. जशपुर के आदिवासी युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, उन्हें सिर्फ सही मंच और मार्गदर्शन की जरूरत थी. यह प्रशिक्षण उन्हें वायुसेना में करियर बनाने के लिए एक नई दिशा देगा.”

प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कैडेट नितेश प्रजापति का कहना है, “हम पहली बार जशपुर में प्रशिक्षण के लिए आए हैं. यहां का स्वच्छ और सुंदर वातावरण हमें खास अनुभव दे रहा है. यह प्रशिक्षण हमारे लिए एयरफोर्स पायलट बनने की राह आसान बनाएगा.”

वहीं, कैडेट प्रांशु चौहान ने बताया कि, “यहां हवाई यातायात कम होने के कारण प्रशिक्षण बिना किसी रुकावट के हो रहा है. रनवे क्लीयर होने की वजह से उड़ान भरना आसान हो जाता है. जशपुर की खूबसूरत वादियों में यह अनुभव हमें हमेशा याद रहेगा.”

आगडीह हवाई पट्टी से गूंजती उम्मीदों की आवाज़

1200 मीटर लंबी और 25 मीटर चौड़ी आगडीह हवाई पट्टी से हर दिन जब विमान उड़ान भरते हैं, तो आसपास के ग्रामीण भी रोमांचित हो उठते हैं. ग्रामीण विकास लकड़ा और राजू कुजूर ने बताया कि, “रोजाना विमान को उड़ान भरते और उतरते देखना हमारे लिए अविश्वसनीय अनुभव है. इससे हमारे घरों और गांवों में भी पायलट बनने का सपना जन्म ले रहा है.”

एनसीसी कैडेट्स के लिए सुनहरा अवसर

कमांडिंग ऑफिसर ने बताया कि यह प्रशिक्षण कैडेट्स के उज्जवल भविष्य की नींव रख रहा है. उन्होंने कहा कि एनसीसी एयर विंग से C सर्टिफिकेट परीक्षा में अच्छे ग्रेड प्राप्त करने वाले कैडेट्स को सीधे भारतीय वायुसेना के इंटरव्यू के लिए पात्र माना जाता है. ऐसे में यह प्रशिक्षण युवा सपनों को हकीकत में बदलने का एक बड़ा मंच साबित हो रहा है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल से शुरू हुआ यह प्रशिक्षण न केवल जशपुर के युवाओं को प्रेरित कर रहा है, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक नवाचार और अवसर का नया द्वार खोल रहा है. आदिवासी अंचल के युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर देकर सरकार ने सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.

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