देशभर में गणेश विसर्जन धूमधाम से मनाया गया, लेकिन कई जगहों पर जश्न के बीच तनाव और हिंसा की खबरें भी आईं। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में हनुमान चालीसा पाठ के दौरान अचानक पथराव की घटना हो गई। इस हमले में सात लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किए और सात आरोपियों को हिरासत में लिया।
यह घटना लालबाग थाना क्षेत्र के बिरोदा गांव में देर रात करीब दो बजे हुई। रविवार को सभी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका था, लेकिन एक प्रतिमा का विसर्जन सोमवार को होना था। उसी दौरान पंडाल के पास हनुमान चालीसा का पाठ चल रहा था। जैसे ही पाठ समाप्त हुआ, अचानक भीड़ में से पथराव शुरू हो गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
हादसे के बाद इलाके में तनाव फैल गया और दो समुदाय आमने-सामने आ गए। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थिति बिगड़ने से बच गई। घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति पर नजर रखी जा सके।
ऐसी ही घटना कर्नाटक के मांड्या जिले में भी सामने आई। यहां मद्दुर कस्बे के राम रहीम नगर में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव हुआ, जिसके बाद माहौल गरमा गया। विरोध में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया, जिस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। भागते समय कई प्रदर्शनकारी और महिलाएं घायल हो गईं। इस मामले में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है और इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
इन घटनाओं ने त्योहार की शांति और सौहार्द पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। बुरहानपुर और मांड्या की घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि त्योहारों के दौरान प्रशासन को सतर्क रहना बेहद जरूरी है, ताकि छोटी सी घटना बड़े बवाल में न बदल सके।