हॉस्टल में खराब खाने की शिकायत पर मासूम की बेरहमी से पिटाई

झारखंड के लोहरदगा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां भंडरा थाना क्षेत्र के गड़रपो पंचायत में संचालित एक निजी स्कूल की शिक्षिका पर मासूम बच्चे को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है। आरोप है कि बच्चा हॉस्टल में दिए जा रहे खराब खाने की शिकायत करता था, जिसके चलते शिक्षिका ने उसे डंडे से इतना मारा कि उसका हाथ और पैर तक टूट गया।

पीड़ित बच्चे का नाम प्रिंस उरांव है, जो आठ साल का है और सेंट मैरी पब्लिक स्कूल में यूकेजी में पढ़ता है। वह स्कूल के हॉस्टल में ही रह रहा था। बच्चे के पिता सुकरा उरांव ने शिक्षिका क्रांति किरण कीड़ों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज शिकायत के अनुसार, 20 अगस्त को प्रिंस ने हॉस्टल के खाने की शिकायत की थी। इसी पर शिक्षिका ने उसे डंडे से पीटना शुरू कर दिया।

बताया जा रहा है कि घटना के बाद डरे-सहमे प्रिंस ने किसी तरह हॉस्टल से भागकर घर पहुंचकर परिजनों को पूरी बात बताई। बच्चे की हालत देखकर परिजन उसे तुरंत सदर अस्पताल ले गए। वहां एक्सरे रिपोर्ट में सामने आया कि उसकी एक उंगली टूट चुकी है और पैर में गंभीर चोटें आई हैं।

इसके बाद जब परिजन स्कूल पहुंचे और शिक्षिका से जवाब मांगा, तो वहां स्टाफ ने उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया। वहीं, स्कूल प्रिंसिपल ने कहा है कि शिक्षिका और स्कूल पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं और जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।

घटना के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसका संज्ञान लिया और लोहरदगा उपायुक्त को तत्काल जांच और कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चे के इलाज और काउंसलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए हैं।

पुलिस ने आरोपी शिक्षिका के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू कर दी है। यह मामला सामने आने के बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब स्कूल ही बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है, तो उनके भविष्य और जीवन की सुरक्षा कौन करेगा।

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