पाकिस्तान (Pakistan) के आर्मी जनरल मुनीर को भारत के साथ हालिया संघर्ष में उनकी भूमिका के लिए मंगलवार को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया, जिससे वह देश के इतिहास में इस पद पर पदोन्नत होने वाले दूसरे टॉप मिलिट्री ऑफिसर बन गए हैं. इसके बाद जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को आसिम मुनीर को लेकर तंज कसा है.
इमरान ने कहा, “सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल की जगह खुद को ‘राजा’ की उपाधि दे देनी चाहिए थी, क्योंकि पाकिस्तान में इस वक्त जंगल राज लागू है.”
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
शहबाज सरकार को लेकर मुखर इमरान और PTI
इमरान खान ने आगे कहा कि पिछले तीन साल में पाकिस्तान का नैतिक और संवैधानिक ढांचा पूरी तरह से खत्म हो गया है. बता दें कि इमरान खान, अगस्त 2023 से कई मामलों के चलते जेल में हैं. जब वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे, उस वक्त भी आसिम मुनीर के साथ उनके संबंधों में तनातनी देखी जा रही थी. इमरान खान पर कार्रवाई किए जाने के बाद उनकी पार्टी पीटीआई के नेताओं पर भी कई एक्शन लिए गए. पिछले दिनों भारत के साथ तनातनी के दौरान पाक आर्मी के द्वारा चलाए गए ऑपरेशन पर पीटीआई के नेताओं ने संसद में सवाल भी उठाया था. मौजूदा वक्त में पाकिस्तान के अदंर जनरल आसिम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की जोड़ी पर कोई सवाल उठाने वाला है, तो वे पूर्व पीएम इमरान खान हैं.
‘अगर सच में पाकिस्तान की परवाह है…’
इमरान खान ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “माशाअल्लाह, जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाया गया है. हालांकि, साफ तौर से उन्हें ‘राजा’ की पदवी देना ज्यादा बेहतर होता क्योंकि अभी, देश में जंगल का रात चल रहा है और जंगल में, केवल एक राजा होता है.” उन्होंने ने यह भी कहा कि उनके साथ किसी सौदे की अफवाहें पूरी तरह से झूठी हैं. कोई सौदा नहीं हुआ है, न ही कोई बातचीत चल रही है, ये निराधार झूठ हैं.
हालांकि, इमरान ने खुले तौर पर मिलिट्री को बुलाया किया कि अगर वो सच में पाकिस्तान के फायदे और मुस्तकबिल की परवाह करते हैं, तो वह उनके साथ बातचीत कर सकते हैं.
शहबाज सरकार को इमरान की चेतावनी…
इमरान खान ने कहा, “देश बाहरी खतरों, आतंकवाद में बढ़ोतरी और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. हमें एकजुट होना चाहिए. मैंने पहले कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगा, न ही अब मांगूंगा.”
इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार को भारत के एक और हमले के बारे में भी आगाह किया और कहा कि उन्हें ऐसी किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को एक ऐसी जगह में बदल दिया गया है, जहां कानून केवल कमजोर लोगों पर लागू होता है.
उन्होंने कहा, “मौजूदा हालात बयां करता है कि जम्हूरियत (लोकतंत्र) के असली अहमियत को कुचला जा रहा है. जब आप यह पैगाम देते हैं कि चोर जितना बड़ा होगा, वह उतना ही ऊंचे पद पर होगा, तो आप इंसाफ को दफना देते हैं. एनएबी अभी भी (राष्ट्रपति) आसिफ जरदारी की बहन के खिलाफ कर्मचारियों के नाम पर रजिस्टर्ड पांच अपार्टमेंट से जुड़ा मामला दर्ज किए हुए है. वह विदेश में हैं और कोई उनसे सवाल करने की हिम्मत नहीं करता. शाहबाज शरीफ पर 22 अरब पाकिस्तानी रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप लगाया गया था, फिर भी उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया.”
‘कानून का लगातार उल्लंघन…’
इमरान खान ने कहा, “तोशाखाना-2 मामले में मजाकिया सुनवाई फिर से शुरू की गई है. जेल की तरह ही, अदालती कार्यवाही भी एक कर्नल की ख्वाहिश से तय की जाती है. मेरी बहनों और वकीलों को अदालत में जाने से रोका जा रहा है, मेरे साथियों को मुझसे मिलने की इजाजत नहीं है, मुझे महीनों तक अपने बच्चों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, यहां तक कि मेरी किताबें भी नहीं पहुंचाई जा रही हैं और मुझे मेरे डॉक्टर से मिलने से भी मना किया जा रहा है. यह अदालती आदेशों और कानूनों का लगातार उल्लंघन है.”
उन्होंने कहा, “ड्रोन हमलों में निर्दोष नागरिकों का कत्ल आतंकवाद को कम नहीं करती है, बल्कि इससे आतंकवाद को बढ़ावा ही मिलता है. कई साल के संघर्ष के बाद, हम पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन अभियानों को रोकने में सफल हुए हैं. अगर आप आतंकवाद के खिलाफ होने का दावा करते हैं, तो अपने ही लोगों के घरों पर बम न गिराएं.”