उत्तर प्रदेश के हाथरस में बारावफात जुलूस के दौरान रोडवेज बस स्टैंड के पास जुलूस में कुछ समुदाय विशेष के व्यक्तियों ने राष्ट्रीय ध्वज को प्रतिरूपित करके उर्दू में या रसूल अल्लाह लिखकर लहराया. वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही राष्ट्रभक्तों में आक्रोश फैल गया. हिन्दूवादी संगठन के लोग कोतवाली सदर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं सोशल मीडिया पर आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है. मामले में हाथरस सदर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हाथरस में जुलूस-ए-मोहम्मदी में विशेष समुदाय के सैकड़ों लोग शामिल हुई थे. इस बीच कुछ लोग अपने हाथ में राष्ट्रीय ध्वज को लेकर उसमें अशोक चक्र की जगह उर्दू में ‘या रसूल अल्लाह’ लिखकर लहराया. वहीं इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वारयल हो गई. वहीं हिंदूवादी संगठन, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं आक्रोशित हो गए. और दर्जनों लोग सदर कोतवाली पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करने लगे.
पुलिस ने दो को किया अरेस्ट
सीओ सदर योगेंद्र कृष्ण नारायण ने कहा कि जुलूस के दौरान तिरंगे को हाथ में लेकर चल रहे इरफान व आमिर निवासी नाई का नगला के खिलाफ तिरंगे का अपमान करने की धारा में मुकदमा दर्ज किय गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. दोनों आरोपियों पर धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने का भी आरोप है.
वहीं जुलूस ए मोहम्मदी के आयोजन समिति से जुड़े रहीस अहमद अब्बासी ने कहा कि कुछ नादान बच्चों से यह गलती हुई है. हमें बहुत गहरा दुख है. बच्चों को बाद में समझा दिया गया था. सभी से कहा गया है कि आगे से ऐसी कोई गलती नहीं करें.
वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई
वायरल वीडियो विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुई वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए हाथरस पुलिस ने राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज किया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों इरफान पुत्र गुड्डू व आमिर पुत्र इकबाल निवासी नाई का नगला को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है.