दिल्ली पुलिस ने एक बड़े इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. थाईलैंड और दुबई से जुड़ा यह गिरोह बैंकॉक से सीधे भारत में नशे की खेप मंगवाता था. इसे दिल्ली-एनसीआर में ऊंचे दामों पर सप्लाई करता था. पुलिस ने इस कार्रवाई में गिरोह के छह तस्करों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 5.7 किलोग्राम प्रीमियम क्वालिटी का ‘ओजी गांजा’, 3 लग्जरी वाहन और 2 पासपोर्ट बरामद किए गए हैं.
इस ऑपरेशन के जरिए पुलिस ने न सिर्फ स्थानीय नेटवर्क का खुलासा किया है, बल्कि थाईलैंड-भारत रूट पर चल रहे एक सीमा पार तस्करी मॉड्यूल का भी पर्दाफाश कर दिया है.
डीसीपी (क्राइम) हर्ष इंदौरा ने बताया कि यह सिंडिकेट बैंकॉक से करीब 1.5 लाख रुपए प्रति किलो की दर पर गांजा खरीदता था. इसके बाद दिल्ली-एनसीआर में इसे 6.7 लाख रुपए प्रति किलो की दर से बेच देता था. इस धंधे से होने वाला मुनाफा कई बैंक खातों के जरिए दुबई में बैठे एक हैंडलर ‘ईशान’ तक पहुंचाया जाता था. पूरे नेटवर्क के काम करने का तरीका भी बेहद संगठित था.
इसके बाद ये लोग दिल्ली, अमृतसर, चंडीगढ़ और मुंबई जैसे बड़े हवाई अड्डों के जरिए भारत लौटकर खेप को स्थानीय रिसीवर तक पहुंचा देते थे. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान तिलक नगर निवासी कपड़ा दुकान मालिक मेहराज खान (42), निलोठी निवासी प्रताप सिंह (32), आजमगढ़ निवासी अनिल कुमार सिंह (37) और विकासपुरी निवासी हरप्रीत सिंह (27) के रूप में हुई है.
इस गिरोह में दो ऑटो चालक भी शामिल हैं. इनकी पहचान सुरजीत सिंह (34), और निहाल विहार निवासी ऑटो चालक राजवंत सिंह (49) के रूप में हुई है.
यह पूरी कार्रवाई 26 अगस्त को शुरू हुई थी, जब पुलिस ने केशोपुर मंडी से प्रताप सिंह और मेहराज खान को पकड़ा. उनकी गाड़ी से 3.708 किलो गांजा बरामद हुआ. दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया. उनसे पूछताछ में पूरे नेटवर्क की परतें खुलती चली गईं. पुलिस ने सिंडिकेट के प्रमुख आपूर्तिकर्ता अनिल कुमार सिंह का हैदराबाद में पता लगाया.
उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पैतृक गांव आजमगढ़ में छापेमारी के दौरान उसकी कार से 2.029 किलो गांजा और बरामद हुआ. इसके बाद मंगलवार को पुलिस ने दिल्ली के चंदर विहार से हरप्रीत सिंह, राजवंत सिंह और सुरजीत सिंह को भी दबोच लिया. जांच में सामने आया कि ये तीनों ‘ईशान’ के सीधे संपर्क में थे. इस तस्करी को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभा रहे थे.
पुलिस अब दुबई स्थित इस अंतरराष्ट्रीय कार्टेल से जुड़े अन्य नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है. यह गिरोह लंबे समय से ‘ओजी गांजा’ का काला कारोबार कर रहा था. इस पूरे ऑपरेशन को डीसीपी हर्ष इंदोरा और एसीपी सतेन्द्र मोहन के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अखिलेश बाजपेयी, एसआई अमोलक, एएसआई आदित्य और हेड कांस्टेबल दिनेश ने अंजाम दिया है.