अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद कई भारतीय मूल के लोगों को अपनी सरकार में भागीदार बनाया है. अब जानकारी आ रही है कि ट्रंप ने भारतीय मूल के अमेरिकी डॉ. जय भट्टाचार्य को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के डायरेक्टर के रूप में नॉमिनेट किया है. इस बारे में ट्रंप वॉर रूप नाम के एक सोशल मीडिया हैंडल ने जानकारी दी है. साथ ही इस पोस्ट को जय भट्टाचार्य ने भी रीट्वीट किया है.
डॉ. जय भट्टाचार्य ने खुद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के डायरेक्टर के रूम में नॉमिनेट होने पर खुशी जताते हुए लिखा, अगले NIH डायरेक्टर के रूप में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मुझे नामांकित किए जाने से मैं सम्मानित और गर्व महसूस कर रहा हूं. हम अमेरिकी वैज्ञानिक संस्थानों में सुधार करेंगे, ताकि लोग फिर से उन पर भरोसा कर सकें. और अमेरिका को फिर से स्वस्थ बनाने के लिए बेहतरीन विज्ञान के रिजल्ट के रूप में तैनात करेंगे.
क्या बोले ट्रंप
What a bold, transformative pick by @realDonaldTrump for NIH Director – @DrJBhattacharya !!!!
There is nobody better in America with the intellect, first principle thinking, and moral clarity to get the NIH back to FOUNDATIONAL science.
Everything flows from good research. pic.twitter.com/BpZ49dD1aS
— Calley Means (@calleymeans) November 27, 2024
राष्ट्रपति ट्रंप ने जय भट्टाचार्य के नॉमिनेशन का ऐलान करते हुए कहा कि मैं NIH के डायरेक्टर के रूप में सेवा करने के लिए जय भट्टाचार्य, एमडी, पीएचडी को नॉमिनेट कर रोमांचित हूं. उन्होंने देश के चिकित्सा अनुसंधान को निर्देशित करने और महत्वपूर्ण रिसर्च के लिए रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर काम करेंगे. जिससे हेल्थ सेक्टर में सुधार आएगा और लोगों की सुरक्षा होगी.
उन्होंने कहा कि जय स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हेल्थ पॉलिसी के प्रोफेसर हैं, नेशनल ब्यूरो ऑफ इकनॉमिक्स रिसर्च में एक रिसर्चर एसोसिएट हैं और स्टैनफोर्ड इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक पॉलिसी रिसर्च, स्टैनफोर्ड फ्रीमैन स्पोगली इंस्टीट्यूट और हूवर इंस्टीट्यूशन में एक वरिष्ठ फेलो हैं. वह स्टैनफोर्ड के सेंटर फॉर डेमोग्राफी एंड इकोनॉमिक्स ऑफ हेल्थ एंड एजिंग को निर्देशित करते हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी रिसर्च कमजोर आबादी के हेल्थ और कल्याण पर फोकस है, जिसमें सरकारी कार्यक्रमों, बायो मेडिकल इनोवेशन और इकोनॉमिक्स की भूमिका पर जोर दिया.
जेएवाई अक्टूबर 2020 में प्रस्तावित लॉकडाउन के एक विकल्प के रूप में ग्रेट बेंटेन घोषणा के एक सह-लेखक हैं. उनके सहकर्मी-समीक्षा अनुसंधान को अर्थशास्त्र, सांख्यिकी, कानूनी, चिकित्सा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य नीति पत्रिकाओं में प्रकाशित किया गया है.
जय भट्टाचार्य ने इकोनॉमिक्स में की है MD और PhD
आपको बता दें कि जय भट्टाचार्य ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में एमडी और पीएचडी की है. जय और रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर NIH को मेडिकल अनुसंधान के एक मानक के रूप में बहाल करेंगे, वे अंतर्निहित चिकित्सा अनुसंधान के कारणों की जांच करेंगे. जिससे हमारी पुरानी बीमारी और बीमारी के संकट भी शामिल है. वह एक बार फिर से अमेरिका को हेल्दी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और चुनौतियों का सामना करेंगे.