इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलॉन्ग कोर्ट ने मेघालय पुलिस को 1 सितंबर को चालान पेश करने के लिए कहा है। इसी सिलसिले में मेघालय पुलिस की एसआईटी इंदौर में है। टीम ने फरारी के वक्त संपर्क में रहे राज कुशवाहा के दोस्तों से पूछताछ की है। हालांकि, कोई खास जानकारी निकलकर नहीं आई है।
एसआईटी ने बाणगंगा इलाके में उस मोबाइल दुकान पर भी जाकर जांच की, जहां से राज ने दो सिम कार्ड खरीदे थे। इन सिम कार्डों में से एक आनंद कुर्मी के दस्तावेजों पर खरीदा गया था, जो हत्याकांड में शामिल था।
एसआईटी ने राज के दोस्त भरत जाधव को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच बुलाया था। अभिषेक मोरे से भी पूछताछ की। दोनों ने बताया कि राज और वे एक ही कॉलोनी में रहे हैं। यहीं दोस्ती हुई थी। हालांकि, सोनम और राज के रिश्तों को लेकर उनकी कोई चर्चा नहीं हुई थी। वे बस इतना जानते थे कि राज एक प्लायवुड कंपनी में काम करता था।
एसआईटी बना सकती है गवाह मामले में सबूत मिटाने के आरोपी शिलोम जेम्स, भूपेंद्र भदौरिया और बलवीर अहिरवार को जमानत मिल चुकी है। ऐसे में एसआईटी अब नए सिरे से सबूत जुटाकर आरोपियों की जमानत निरस्त कराने की तैयारी कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि इंदौर में जिन लोगों से पूछताछ की गई है, उन्हें केस में गवाह बनाया जा सकता है।
जमानत याचिका पर आपत्ति लेंगे राजा के परिजन अब तक जेल में बंद किसी भी आरोपी का निजी वकील सामने नहीं आया है। हालांकि, राजा रघुवंशी के परिजन को जानकारी मिली है कि सोनम के परिवार ने उसके लिए एक वकील नियुक्त किया है।
राजा के परिजन के अनुसार, उनके वकील को चालान पेश होने की सूचना मिल चुकी है। वे फिलहाल आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर आपत्ति दर्ज करवा रहे हैं। एक सप्ताह पहले भी सभी आरोपियों की ओर से जमानत याचिकाएं लगाई गई थीं। तब भी राजा के परिवार के वकील ने कोर्ट में उपस्थित होकर जमानत का विरोध किया था।
शिलॉन्ग में खाई में मिला था राजा का शव इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की 11 मई को सोनम के साथ शादी हुई थी। 20 मई को राजा और सोनम हनीमून के लिए इंदौर से मेघालय रवाना हुए थे। 22 मई को दोनों सोहरा की यात्रा पर निकले थे। उन्होंने एक एक्टिवा भी किराए पर ली थी।