बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा स्थित बारूद फैक्ट्री में भीषण आगजनी के मामले में मंगलवार को न्यायिक जांच शुरु हो गई है। बेरला एसडीएम पिंकी मनहर के नेतृत्व में फैक्ट्री में ब्लास्ट की न्यायिक जांच तीन बिंदुओं पर की जाएगी तथा 45 दिन के अंदर न्यायिक जांच पूरी की जाएगी।
बता दें, बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक के ग्राम पिरदा स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड कंपनी के बारूद फैक्ट्री में 25 मई (शनिवार) की सुबह ब्लास्ट हो गया, जिसमें 1 कर्मचारी की मौत हो गई और 10-12 लोग घायल हो गए। वहीं मलबे में दब कर हुई मौतों की पुष्टी अब तक नहीं हो पाई है। लेकिन 8 से 10 कर्मचारियों के परिजनों ने हादसे के दौरान अपने परिवार के सदस्यों के वहीं मौजूद होने की बात कही है। इस घटना के बाद सीएम साय ने विस्फोट की मजेस्ट्रीयल जांच की घोषणा की थी, जिसके अनुसार अब न्यायिक जांच शुरु हो गई है।
जांच तीन बिंदुओं पर होनी है जिसमें दुर्घटना विस्फोट का कारण, फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा किए गए सुरक्षात्मक उपायों का परीक्षण ,अनुज्ञप्ति, भंडारण उपयोग आदि का विवरण, दुर्घटना विस्फोट के लिए यदि कोई त्रुटि लापरवाही है, तो उत्तरदायित्व का निर्धारण तथा अन्य कोई सुझाव या बिंदु जो जांच अधिकारी सम्मिलित करना आवश्यक समझे बता दें, इन चार बिंदुओं पर बेमेतरा जिला कलेक्टर ने 27 मई को आदेश जारी किया था। इस मामले में एसडीएम पिंकी मनहर के नेतृत्व में 45 दिन के अंदर न्यायिक जांच पूरी की जाएगी।
अनिवभागीय अधिकारी पिंकी मनहर ने बताया कि इस जांच के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। विभिन्न पहलुओं पर जांच के लिए नोटिस जारी करने की प्रक्रिया की जा रही है और बुधवार से विधिवत इसकी जांच शुरू की जाएगी। इसी बीच ग्रामीण सहित पीड़ितों के स्वजन पिछले चार दिनों से लगातार फैक्ट्री के गेट के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना सहित आसपास के 22 गांवों के संगठन की ओर से भी ग्रामीणाें सहित स्वजनों को समर्थन दिया जा रहा है।