रीवा : बहुचर्चित वाटरशेड एवं अन्य घोटालों की उच्च स्तरीय जांच टीम गठित मुख्यमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार पर चलाए जा रहे जीरो टॉलरेंस नीति के तहत जिला पंचायत रीवा में बहुचर्चित वाटरशेड योजना एवं अन्य घोटालों की राज्य स्तरीय जांच टीम गठित की गई थी.
सामाजिक कार्यकर्ता कमल सिंह बघेल ने शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि जिला पंचायत कार्यालय रीवा में पदस्थ संविदा कर्मी संजय सिंह के विरुद्ध वाटरशेड, सचिवों की नियुक्ति एवं डी.एम.एफ. में भ्रष्टाचार की शिकायत की गई थी.
जिस पर प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के निर्देश पर राज्य स्तरीय 3 सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी,जांच टीम जल्द ही रीवा पहुंचकर मौके पर जाकर उक्त सभी बिंदुओं की जांच करेगी.
सामाजिक कार्यकर्ता कमल सिंह बघेल द्वारा प्रस्तुत किए गए अभ्यावेदन के आधार पर जांच कर प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
जांच के बाद यदि भ्रष्टाचार उजागर होता है तो कई प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी परेशानी में पड़ सकते हैं.इससे पहले रीवा जिले में जिला पंचायत ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े कई मामले उजागर हो चुके हैं जहां भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे लेकिन बिना किसी जांच के मामले को दबा दिया गया था.
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि रीवा जिले में हुए करोड़ों से ज्यादा के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारी कब तक जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपते हैं.और जांच रिपोर्ट में भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद अब देखना दिलचस्प होगा कि किन किन लोगों पर तलबार लटकती है.