‘IPL की मेहनत रंग लाई…’, कप्तान शुभमन गिल ने खोला अपनी रिकॉर्डतोड़ पारी का राज, खराब फील्डिंग पर जताई चिंता

इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन किया है. शुभमन गिल ने भारत की पहली पारी में दोहरा शतक जड़ दिया. शुभमन ने 387 गेंदों पर 269 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 30 चौके के अलावा 3 छक्के निकले. शुभमन गिल के टेस्ट करियर का यह पहला दोहरा शतक रहा.

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शुभमन गिल के यादगार दोहरे शतक की बदौलत भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 587 रन बनाए. जवाब में इंग्लैंड ने दूसरे दिन (3 जुलाई) स्टम्प तक अपनी पहली पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 77 रन बना लिए थे. इंग्लैंड की टीम पहली पारी के आधार पर 510 रन पीछे है और उसे फॉलोऑन टालने के लिए भी तीसरे दिन के खेल में बड़ी मशक्कत करनी होगी.
दूसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद शुभमन गिल ने ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से खास बातचीत की. शुभमन गिल ने इस दौरान अपनी यादगार पारी का राज खोला. शुभमन ने कहा कि वो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के आखिरी स्टेज में इंग्लैंड दौरे को लेकर खास तैयारी कर रहे थे और ऐसा लगता है कि मेहनत रंग लाई

शुभमन गिल ने कहा, ‘यह अच्छी स्थिति है, जिसमें मैं फिलहाल हूं. मैंने कुछ चीजों पर काम किया, खासकर इंडियन प्रीमियर लीग के आखिरी चरण में, जो टेस्ट क्रिकेट में जाने से पहले बहुत महत्वपूर्ण था. अब तक जिस तरह से चीजें हुई हैं, उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि मेहनत रंग लाई है.’

शुभमन गिल ने लीड्स टेस्ट में टीम की खराब फील्डिंग को लेकर कहा, ‘मैंने पिछले कुछ दिनों से स्लिप में कोई कैच नहीं लिया क्योंकि मैं बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान दे रहा था, लेकिन उस कैच (बेन डकेट का कैच) को पकड़ना अच्छा लगा. फील्डिंग बहुत महत्वपूर्ण है और हमने इस बारे में टीम मीटिंग में चर्चा की थी. अगर पिछले गेम (लीड्स टेस्ट) में हमारी फील्डिंग आधे भी बेहत होतीं, तो नतीजा अलग होता.’

बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. इसके चलते भारतीय टीम सीरीज में 0-1 से पीछे हो गई थी. लीड्स टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ियों की फील्डिंग काफी लचर रही, जिसकी चर्चा कप्तान शुभमन गिल ने भी की है. लीड्स टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने पहली पारी में 6 और दूसरी पारी में 2 कैच टपकाए. इसके चलते मुकाबला मेजबान इंग्लैंड के पक्ष में चला गया. अगर भारतीय टीम ने वो कैच नहीं छोड़े होते, तो उस मैच का नतीजा कुछ और होता.

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