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‘दौड़ में शामिल कुछ अभ्यर्थियों का व्यवहार अजीब था…’, सिपाही भर्ती देख रहे IPS बोले- एनर्जी ड्रिंक या दवा भी हो सकती है मौत का कारण!

झारखंड आबकारी कांस्टेबल भर्ती शरीरिक परीक्षा में शामिल 12 उम्मीदवारों की मौतों से बवाल मच गया है. डॉक्टर्स का कहना है कि दौड़ की प्रैक्टिस न करने वाले उम्मीदवारों के साथ कुछ समस्या हुई है. जबकि बहाली देख रहे एक पुलिस अधिकारी ने एनर्जी ड्रिंक या दवा की ओर भी इशारा किया है. हालांकि, मामले की जांच जारी है.

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रिक्रूटमेंट साइट के ऑन ड्यूटी डॉक्टर एसके विनायक ने बताया, अचानक दौड़ने पर इंसान के शरीर में प्रेशर के साथ ऑक्सीजन लेवल कम हो सकता है. साथ ही स्टीरॉयड या एनर्जी ड्रिंक जैसे पदार्थ काफी हानिकारक हो सकते हैं. उन्होंने अपील की है कि यह जिंदगी का ये आखिरी इम्तेहान नहीं है, इसलिए अभ्यर्थियों को धैर्य रखना चाहिए.

राज्य के पलामू में भर्ती परीक्षा देख रहे कमांडेंट रैंक के IPS अधिकारी मुकेश कुमार ने भी कहा, अभ्यर्थियों को धैर्य रखने की जरूरत है. दौड़ में शामिल कुछ अभ्यर्थियों का व्यवहार अजीब था. वो शॉर्टकट न लें. एनर्जी ड्रिंक लेना या दवा लेना भी मौत का एक कारण हो सकता है. हालांकि, इस संबंध में जांच जारी है.

हालांकि, बहाली में क्वालीफाई करने वाले महिला और पुरुष उम्मीदवारों के चेहरे दमक रहे हैं. सफल अभ्यर्थियों का कहना है कि परिवारवाले चाहते थे कि सरकारी नौकरी लेकर वो समाज की सेवा तो करें और परिवार को भी सपोर्ट करें.

महिला और पुरुष अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने दौड़ के लिए लंबे समय से अभ्यास किया है ताकि उनकी टाइमिंग और स्टेमिना ठीक रहे मेंटेन रहे. किसी ने यहां 28 मिनट तो किसी ने 32 तो किसी ने 52 मिनट में क्वालीफाई किया. महिलाओं को 40 मिनट में 5km और पुरुषों को 60 घंटे में 10 किमी दौड़ लगाकर क्वालीफाई करना था. क्वालीफाइड कैंडिडेट्स का भी मानना है कि बगैर प्रैक्टिस के समस्या हो सकती है और शक्तिवर्धक उपाय यानी शॉर्टकट जानलेवा हो सकते हैं.

उधर, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आबकारी कांस्टेबल भर्ती अभियान को तीन दिनों के लिए रोकने के निर्देश जारी किए हैं. उम्मीदवारों की मौत को दुखद और हृदय विदारक बताते हुए सोरेन ने कहा कि उन्होंने पिछली सरकार द्वारा बनाए गए नियमों की तत्काल समीक्षा करने के लिए भी कहा है.

राज्य के विपक्षी दल BJP ने दावा किया है कि अब तक 15 उम्मीदवारों की जान जा चुकी है, जबकि झारखंड पुलिस के अनुसार, अब तक 12 उम्मीदवारों की मौत की सूचना मिली है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने यह आंकड़ा 4 बताया है. बता दें कि झारखंड आबकारी कांस्टेबल भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण 22 अगस्त को 6 जिलों के सात केंद्रों पर शुरू हुआ था, और 9 सितंबर तक जारी रहने वाला था.

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