ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसारन घाटी में पर्यटकों पर हमला कर दिया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद से घाटी में सबसे भयावह घटनाओं में से एक था. पुलवामा हमले में 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान शहीद हुए थे.
ईरानी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को किया फोन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर लिखा, ‘ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की.’ फोन पर बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि किसी भी परिस्थिति में आतंकवाद को उचित नहीं ठहराया जा सकता.
‘आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं’
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि इस तरह के आतंकवादी कृत्यों को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता और मानवता में विश्वास रखने वाले सभी लोगों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़ा होना चाहिए.’
भारत में ईरानी दूतावास ने भी एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए दोनों देशों की आतंकवाद विरोधी साझा प्रतिबद्धता और क्षेत्रीय शांति के लिए सहयोग पर बल दिया. राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया और आतंकवाद से लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता जताई.
ईरान के समर्थन के लिए पीएम मोदी ने दिया धन्यवाद
जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने ईरान के समर्थन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि नई दिल्ली भी तेहरान की इस सोच से सहमत है कि क्षेत्रीय सहयोग और एकता आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के लिए बेहद आवश्यक हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने में ईरान की रचनात्मक भूमिका की भी सराहना की और अंतरराष्ट्रीय संघर्षों के समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन दोहराया, जिसमें ईरान और अमेरिका के बीच तनाव भी शामिल है.