उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल के पास एक मंदिर में नमाज़ पढ़ने का मामला सामने आया है. पकड़े जाने के बाद ताजमहल देखने आए ईरानी परिवार ने माफ़ी भी मांग ली है. ईरानी परिवार ने कहा मंदिर में साफ सफाई देखकर नमाज़ पढ़ ली थी. बता दें कि ताजमहल के पूर्वी गेट के पास एक मंदिर बना हुआ है.
मंदिर के अंदर एक ईरानी पर्यटक ने नमाज़ पढ़ ली. जिसके बाद वहां हंगामा हो गया. सुचना पर ताज सुरक्षा पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने जांच की तो ईरानी पर्यटक ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि यह मंदिर है. साफ सफाई देखी तो उन्होंने नमाज़ पढ़ ली. ईरानी परिवार ने इसे लेकर माफ़ी मांगी है.
मामला दिनांक 3 नवंबर दिन सोमवार का बताया जा रहा है. ईरानी परिवार के नमाज़ पढ़ने पर वहां मौजूद लोगों ने विरोध किया था. वहीं, हंगामा बढ़ता देख पुलिस पहुंच गई थी. पुलिस ने पर्यटकों से बातचीत क़ी और उनका पासपोर्ट चेक किया. पूछताछ में ईरानी परिवार ने बताया कि ताजमहल देखने के बाद बाहर आये तो काफी भीड़ भाड़ थी.
ऐसे में हम नमाज़ के लिए साफ जगह ढूंढ रहे थे. ईरानी परिवार के पुरुष ने मंदिर में नमाज़ पढ़ना शुरू कर दिया और मां बेटी मंदिर के बाहर खड़ी थीं. ईरानी परिवार ने कहा कि मंदिर का दरवाजा खुला हुआ था. मंदिर में कोई भी नहीं था. बाद में पता लगा कि यह मंदिर है. पिता और बेटी ने माफ़ी मांगी और कहा कि वह किसी की भी धार्मिक भावना को आहत नहीं करना चाहते हैं.
उन्हें उस जगह के मंदिर होने के जानकारी नहीं थी. ईरानी परिवार का माफ़ी मागने का वीडियो भी वायरल हुआ है. एसीपी अरीब अहमद ने मौखिक तौर पर बताया कि ईरानी परिवार ताजमहल घूमने आया था. उन्होंने गलती से मंदिर में नमाज पढ़ ली थी. उन्हें उस जगह के मंदिर होने की जानकारी नहीं थी. ईरानी परिवार ईरान में प्रोफेसर के पद पर तैनात है.