‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या छोटा युद्ध? खरगे के बयान पर विवाद तेज, भड़के केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी, पूछे 5 सवाल

पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देश में राजनीति तेज हो गई है. संघर्ष को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बीजेपी पर लगातार हमला कर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को छोटा संघर्ष कहे जाने पर बीजेपी भी हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस बयान को गैरजिम्मेदाराना करार दिया और कहा कि यह हमारे सैनिकों का अपमान है. साथ ही कांग्रेस से 5 सवाल भी पूछे.

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तेलंगाना के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोशल मीडिया पर अपने लंबे पोस्ट में कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से ऑपरेशन सिंदूर को एक छोटा संघर्ष कहना न केवल गैरजिम्मेदाराना है, बल्कि यह हमारे सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान का अपमान भी है.”

रेड्डी ने खरगे से पूछे ये 5 सवाल

उन्होंने आगे कहा, “एक निर्णायक सैन्य अभियान को कमतर आंककर, वे देश के सैनिकों के साहस, क्षमता और सामरिक मजबूती को कमतर आंकने की कोशिश कर रहे हैं.”

रेड्डी ने इस दौरान खरगे से 5 सवाल भी पूछा. उन्होंने सवाल किया, “पहला, क्या पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकवादी कैंप को खत्म करना एक छोटा संघर्ष है? दूसरा, क्या पाकिस्तानी सेना के 11 सैन्य ठिकानों को खत्म करना एक छोटा संघर्ष है? तीसरा, क्या पाकिस्तान के 20% सैन्य ढांचे को पंगु बना देना एक छोटा संघर्ष है? चौथा, क्या हमारे भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा तैयार मिसाइलों का इस्तेमाल करके चीन में विकसित एडवांस्ड मिलिट्री रडार और मिसाइल डिफेंस सिस्टम को खत्म करना एक छोटा संघर्ष है? पांचवां, क्या पाकिस्तान का इस हद तक घबरा जाना कि उसे संघर्ष कम करने की गुहार लगाना पड़ गया, यह एक छोटे संघर्ष का संकेत है?”

 

कांग्रेस के नेता इतने परेशान क्योंः रेड्डी

केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री किशन रेड्डी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “ऐसे समय में जब भारत सहित पूरी दुनिया ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी की सराहना कर रही है, यह हैरान करने वाला है कि कांग्रेस के नेता इतने परेशान क्यों हैं. हालांकि यह भी सही है कि जब वे सत्ता में हुआ करते थे, तो उन्होंने सेना को मजबूत करने की उपेक्षा की. अब सत्ता के हाथ से जाने के बाद भी वे सेना की जीत का स्वागत नहीं कर पा रहे हैं. यह कांग्रेस पार्टी की दिवालिया मानसिकता और उनकी मनोवैज्ञानिक अस्थिरता को दर्शाता है.”

 

इससे पहले पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर करारा वार किया था. कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के 2 साल पूरे होने पर आयोजित समर्पण-संकल्प रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि पहलगाम में 26 लोग इसलिए मारे गए क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार ने वहां पर्यटकों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई. खुफिया एजेंसियों के मना करने के बाद खुद पीएम मोदी कश्मीर नहीं गए. केंद्र ने पर्यटकों से पहलगाम नहीं जाने के लिए क्यों नहीं कहा? अगर उन्हें अलर्ट किया गया होता तो 26 लोगों की जान बचाई जा सकती थी. ऑपरेशन सिंदूर तो छोटा सा युद्ध है.

खरगे की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को छोटा युद्ध बताए जाने पर बीजेपी के सांसद संबित पात्रा ने भी जमकर हमला किया. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान को ऑक्सीजन देने का काम करती है. यह बात सभी जानते हैं कि हाफिज सईद राहुल गांधी को क्यों पसंद करते हैं? अब कांग्रेस और खरगे कह रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर एक छोटा युद्ध है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ छोटा युद्ध कहना देश और सशस्त्र बलों की बहादुरी के साथ धोखा देने जैसा है.

 

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