कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में लोगों को स्थानीय होटलों में कुत्ते का मांस परोसे जाने के दावे को लेकर वहां सनसनी मच गई. इसके बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने शुक्रवार को बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर पहुंचे एक संदिग्ध मांस के शिपमेंट की जांच शुरू की है और सैंपल भी लिए हैं. कुत्ते के मांस को लेकर शक तब और बढ़ गया जब अधिकारियों को लगा कि मांस बकरे की जगह किसी और जानवर का है.
FSSAI अधिकारियों को ट्रेन से संदिग्ध मांस आने के बारे में शिकायत मिली थी. इसके बाद रेलवे स्टेशन पहुंचे अधिकारियों ने मांस की जांच के लिए सैंपल लेकर उसे लैब में भेज दिया. कई स्थानीय मीडिया का दावा है कि ये कुत्ते का मांस हो सकता है लेकिन अभी इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. यह किस जानवर का मांस है ये पता लगाने के लिए FSSAI की तरफ से सैंपल लिया गया है.
BBMP के स्वास्थ्य और पशुपालन के विशेष आयुक्त विकास किशोर ने इस मामले को लेकर कहा, ‘आज जब मांस की डिलीवरी रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तो FSSAI के पास शिकायत दर्ज कराई गई. मांस की सत्यता जांचने के लिए FSSAI के अधिकारियों ने सैंपल लिया है जिससे पता चलेगा कि यह किस जानवर का है. यह कब आया, मैंने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं.’
बता दें कि यह कार्रवाई तब की गई है जब स्थानीय होटलों में परोसे जाने वाले मांस की क्वालिटी को लेकर बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) को पिछली बार शिकायत मिली थी. BBMP ने इसी को देखते हुए मांस की नई शिपमेंट आने के बाद FSSAI के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी.
BBMP के विशेष आयुक्त (स्वास्थ्य और पशुपालन) विकास किशोर ने कहा, ‘शिकायत पहले दी गई थी और जांच के आदेश दिए गए थे, BBMP के अधिकारी ने भी उस जगह का दौरा किया था और उन्होंने अभी अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है.’
उन्होंने कहा, ‘आज एक सोशल मीडिया पोस्ट ने इसे फिर से मेरे ध्यान में लाया जिसके बाद मैंने स्पॉट निरीक्षण रिपोर्ट के बारे में पूछताछ की और संबंधित पशुपालन (BBMP) अधिकारियों को मौके पर भेजा. वो इसकी जांच करने के लिए FSSAI अधिकारियों और पुलिस विभाग के साथ समन्वय कर रहे हैं जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले को लेकर रेलवे सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन पर करीब 150 डिब्बों में तीन टन मांस की एक खेप जयपुर से यहां पहुंची थी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक इसको लेकर एक गौ रक्षक पुनीथ केरेहल्ली (जो पहले हत्या के आरोप में जेल गए थे) ने दावा किया कि यह कुत्ते का मांस था.
हालांकि, मांस का ऑर्डर देने वाले मांस विक्रेता अब्दुल रज्जाक ने इस आरोप को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ‘इस खेप का ऑर्डर कानूनी तौर पर दिया गया था और यह कुत्ते का मांस नहीं बल्कि भेड़ का मांस है.’
मांस व्यापारी ने कहा, ‘हमारे पास इसे साबित करने के लिए कानूनी दस्तावेज हैं, कोई भी उस जानवर की पूंछ देख सकता है. यह भेड़ है, कुत्ता नहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि केरेहल्ली झूठे आरोप लगाकर उनसे पैसा कमाना चाहते हैं. हंगामे के चलते वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए जिसके बाद वहां पुलिस तैनात कर दी गई है.