भारत-चीन बॉर्डर पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से दिलचस्प तस्वीर सामने आई है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू जब अरुणाचल प्रदेश में चीन सरहद पर स्थित एलएसी पर पहुंचे तो संयोग से उनकी मुलाकात चीनी सैनिकों से हो गई. रिजिजू ने चीनी सैनिकों से पूछा कि क्या मौसम की वजह से आपको दिक्कत होती है. रिजिजू का कहना था कि एलएसी पर भारत का आधारभूत ढांचा और ताकत देखकर हर भारतवासी को गर्व होगा.
LAC पर 15 हजार फीट की ऊंचाई पर चीनी सैनिकों से रिजिजू की बातचीत के जो विजुअल सामने आए हैं, वो अरुणाचल के बुमला के हैं. केंद्रीय मंत्री रिजिजू लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारतीय सैनिकों से मिलने पहुंचे थे. वहां चीनी सैनिकों से मुलाकात हुई तो रिजिजू ने एलएसी पर मौसम और वहां हालात के बारे में पूछा. रिजिजू की ये बातचीत भारतीय सैनिकों के माध्यम से हुई. रिजिजू ने पूछा- क्या इनको हाई एल्टीट्यूड में प्रॉब्लम नहीं होती है? इस पर चीनी सैनिकों ने बताया कि उन्हें प्रॉब्लम नहीं होती है. इस पर रिजिजू कहते हैं कि अगर प्रॉब्लम हो तो ऑक्सीजन सिलेंडर तो होता होगा? चीनी सैनिकों ने बताया कि वो मौसम में ढल गए हैं.
रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, चीनी सैनिकों से बात करने और बुनियादी ढांचे को देखने के बाद अब हर किसी को भारत के बॉर्डर डेवलपमेंट पर गर्व महसूस होगा. उन्होंने बताया कि सेना के जवानों के साथ अरुणाचल प्रदेश के बुमला में दिवाली मनाई. एक अन्य पोस्ट में रिजिजू ने लिखा, इससे पहले दिन में तवांग आर्मी हेलीपैड पर दिवाली मनाई. उन्होंने कहा, हमारे बहादुर जवानों के साथ दिवाली मना कर गर्व का एहसास हुआ. उनके समर्पण और साहस से ही हमारा देश सुरक्षित है. जय हिन्द.
After talking to Chinese soldiers and seeing the infrastructures, everyone will feel proud of India's border development now.
Celebrated Diwali at Bumla with our Army Jawans in Arunachal Pradesh. #HappyDeepavali2024 #Diwali pic.twitter.com/l17nwI4KYa— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) November 1, 2024
राजनाथ ने असम में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बुधवार (30 अक्टूबर) को असम के तेजपुर में 4 कोर मुख्यालय में सैनिकों के साथ दीपावली मनाई. राजनाथ ने कहा, आज मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे दिवाली की पूर्व संध्या पर आपके बीच (जवानों) आने का अवसर मिला है. मुझे आज अरुणाचल के तवांग में होना था. वहां पर जवानों के साथ बड़ा खाना (सामूहिक भोजन) भी होना था, लेकिन भगवान को शायद ये मंजूर नहीं था. वे चाहते थे कि मैं तेजपुर में आपके के साथ बड़ा खाना में शामिल होऊं. राजनाथ का कहना था कि चीन के साथ डिसइंगेजमेंट हुआ है, क्योंकि आपके शौर्य की कहानी सबके पास तक पहुंची है.
LAC पर चल रही है डिसइंगेजमेंट की प्रोसेस
बताते चलें कि भारत-चीन के बीच समझौते के बाद अब एलएसी पर डिसइंगेजमेंट की प्रोसेस चल रही है. दोनों ही देशों के सैनिकों ने बॉर्डर पर जो अस्थायी टेंट और स्ट्रक्चर बनाए थे, उन्हें अब हटाया जा रहा है. इस समझौते के बाद एलएसी पर फिर सबकुछ वैसा ही हो जाएगा, जैसा जून 2020 से पहले था. जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद से यहां तनाव बना हुआ था. कई जगह ऐसी थीं, जहां पेट्रोलिंग रुक गई थी.