लेबनान में हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच जंग भले ही रुक गई है, लेकिन गाजा में इजरायली सेना का कहर जारी है. सोमवार को एक बार फिर गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों पर जबरदस्त हवाई हमला हुआ है. दीर अल-बलाह के एक शरणार्थी शिविर पर हुई इजरायली हमले में चार बच्चों और एक महिला सहित कम से कम सात लोग मारे गए हैं, जबकि दर्जनभर लोग घायल हो गए हैं.
वहीं, IDF और ISA ने गाजा में एक 52 वर्षीय बंधक कायद फरहान अलकादी के रेस्क्यू का दावा किया है. कायद को 7 अक्टूबर को हुए हमले के बाद हमास के लड़ाकों ने अगवा कर लिया था. इसके बाद उन्हें गाजा लाकर बंधक बना लिया था. IDF के मुताबिक, रिहा कराए गए बंधक की हालत स्थिर है. उन्हें अस्पताल में चिकित्सा जांच के लिए भेजा गया है. उनके परिवार को पूरी जानकारी दे दी गई है.
उधर, गाजा में इजरायली हमला उस वक्त हुआ, जब दीर अल-बलाह में यूएन पोलियो को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के 6 लाख 40 हजार बच्चों को पोलियो का टीका लगाया जाएगा और इसके लिए वैक्सीन की खेप दीर अल-बलाह पहुंचाया भी जा चुका है. इसके तहत करीब 12 लाख वैक्सीन डोज लाया जा रहा है. लेकिन जंग बाधा बन रही है.
Today, the IDF and ISA rescued the hostage Qaid Farhan Alkadi, aged 52, from Rahat, who was abducted by the Hamas terrorist organization into Gaza on October 7.
He is in a stable medical condition and is being transferred for medical checks at a hospital. His family has been… pic.twitter.com/lGBKa3aaaO
— Israel Defense Forces (@IDF) August 27, 2024
गाजा में पिछले 25 साल में पहली बार पोलियो का केस सामने आने के बाद यूएन टीकाकरण अभियान शुरू करने जा रहा है. कुछ दिन पहले यहां एक 10 महीने का बच्चा पोलियो से ग्रस्ती पाया गया था. इसके साथ ही गाजा के दो प्रमुख शहरों के अपशिष्ट जल में पोलियो वायरस पाया गया था. पिछले 10 महीने से जारी इजरायली बमबारी से बचने के लिए हजारों फिलिस्तीनी टेंटों में रह रहे हैं. वहां भारी गंदगी फैली है.
बताते चलें, रविवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव में मार्च निकाला. इजरायल की सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए एक समझौते पर पहुंचने की अपील की. बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों और दोस्तों को डर है कि गाजा में युद्ध लंबा खींचा तो ज्यादा बंधक मारे जाएंगे. तेल अवीव में लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हजारों लोग इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पूरी सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों का दावा है कि नेतन्याहू और उनकी सरकार बंधकों को छुड़ाने और देश को चलाने में पूरी तरह से असमर्थ है. ये प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ जब पिछले 10 महीने से गाजा में जारी जंग को खत्म करने के लिए मिस्र की राजधान काहिरा में अंतिम दौर की बातचीत जारी है. अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता में चल रही बातचीत में इजरायल के प्रतिनिधि मौजूद हैं, लेकिन हमास इस बातचीत में भाग नहीं ले रहा है.