यरूशलमः मध्य गाजा में बृहस्पतिवार देर रात इजरायल की सेना ने भीषण बमबारी की है. आइडीएफ के हवाई हमलों में बच्चों सहित कम से कम 18 लोग मारे गए. स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इससे एक दिन पहले, एक स्कूल परिसर पर किए गए हमले में 33 लोग मारे गए थे, जहां विस्थापित फिलस्तीनियों ने शरण ले रखी थी. अधिकारियों ने बताया कि नुसैरत और मागजी शरणार्थी शिविरों तथा देर अल-बला और जावैदा कस्बों में शरणार्थी शिविरों पर हमले किए गए.
अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार, जान गंवाले वाले लोगों में चार बच्चे और एक महिला तथा नुसैरत शरणार्थी शिविर के मेयर भी शामिल हैं. इजरायली सेना ने शुक्रवार को कहा कि मध्य गाजा में उसका अभियान जारी है और सैनिकों ने दर्जनों आतंकियों को मार गिराया और इलाके में बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है. नुसैरत शरणार्थी शिविर में संयुक्त राष्ट्र संचालित एक स्कूल पर किए गए हमले में कम से कम 33 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद यह हमला किया गया.
इजरायल ने हमास पर लगाया ये आरोप
इजरायल का दावा है कि हमास इस शिविर का इस्तेमाल कर रहा था. हमास के खिलाफ युद्ध में रक्तपात रोकने के लिए इजरायल पर दबाव बढ़ रहा है. स्पेन के विदेश मंत्री ने घोषणा की है कि यह संयुक्त राष्ट्र की अदालत से दक्षिण अफ्रीका के उस मामले में शामिल होने की अनुमति देगा, जिसमें इजरायल पर गाजा में नरसंहार करने का आरोप लगाया गया है. हालांकि, इजरायल ने इस आरोप से इनकार किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में आठ महीनों से जारी इजरायली हमलों में 36,000 से अधिक फिलस्तीनी मारे गए हैं.