गुवाहाटी से ऑनलाइन फ्रेंडशिप के नाम पर यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. असम सीआईडी ने मध्य प्रदेश के देवास से 26 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने गुवाहाटी की एक नाबालिग लड़की को पहले अपनी हवस का शिकार बनाया, फिर उसे वीडियो कॉल पर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपी साल 2021 में इंस्टाग्राम पर लड़की के संपर्क में आया था. बातचीत आगे बढ़ी और दोनों अच्छे दोस्त बन गए. मार्च 2022 में आरोपी गुवाहाटी आया. इसी दौरान उसने लड़की का यौन उत्पीड़न किया और उसकी तस्वीरें-वीडियो बना लिए. इन्हीं के जरिए उसने लड़की को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उसे वीडियो कॉल पर आने के लिए मजबूर करने लगा.
पीड़ित लड़की के मना करने पर आरोपी ने धमकी दी कि वह उसकी तस्वीरें और वीडियो उसके दोस्तों और माता-पिता को भेज देगा. इस ब्लैकमेलिंग ने पीड़िता की जिंदगी को दहशत में डाल दिया. पुलिस जांच में सामने आया कि 2024 में आरोपी एक बार फिर गुवाहाटी आया और लड़की से मिलने की कोशिश की, लेकिन इस बार उसने उससे मिलने के लिए साफ इनकार कर दिया.
इसके बाद आरोपी ने फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर उसे परेशान करना जारी रखा. उसकी हरकतों से तंग आकर पीड़िता ने अपने पिता को सब कुछ बता दिया. 6 अगस्त 2025 को लड़की के पिता ने सीआईडी के साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ बीएनएस और पॉक्सो एक् की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया
जांच के दौरान आरोपी का लोकेशन ट्रेस कर लिया गया. 13 अगस्त को सीआईडी की टीम देवास पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपनी उम्र गलत बताई. उसने खुद को नाबालिग साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेज तक पेश कर दिए. लेकिन सीआईडी ने उसके स्कूल से असली आयु प्रमाण पत्र हासिल कर लिया.
सीआईडी की टीम आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर गुवाहाटी ला रही है. उसे जल्द ही विशेष पॉक्सो अदालत में पेश किया जाएगा. यह मामला न केवल ऑनलाइन दोस्ती बल्कि सोशल मीडिया के जरिए बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करता है. इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जहां लोग ऑनलाइन फ्रेंडशिप के बाद ब्लैकमेलिंग का शिकार बन रहे हैं.