ग्वालियर: ठगों के जाल में फंसा IT इंजीनियर, झांसे में आकर गंवा दिए 2.70 लाख

ग्वालियर में एक आईटी इंजीनियर ऑनलाइन ठगी करने वालों के जाल में फंस गया। ठगों ने पहले एक हजार रुपए जमा करा टास्क दिया और 1500 रुपए अकाउंट में वापस लौटा दिए। इससे इंजीनियर को लगा कि यह अच्छा पार्ट टाइम जॉब है।

Advertisement

इसके बाद ठगों ने 30 हजार रुपए जमा कराकर बड़ा टास्क दिया। इसमें भी 30 प्रतिशत का प्रॉफिट होना था। यह टास्क पूरा करने के बाद जब इंजीनियर ने ऑनलाइन वॉलेट में शो हो रही कमाई हुई राशि निकालना चाही तो बताया गया कि अब उनको चार टास्क पूरे करने हैं, तभी वह अपना पैसा निकाल सकेंगे।

इसके बाद 90 हजार और फिर 1.5 लाख रुपए जमा कराकर टास्क दिए। लेकिन, इसके बाद भी कैश नहीं निकला। जब इंजीनियर ने कैश निकालने के लिए दबाव बनाया तो 2 लाख रुपए और मांगे गए। घटना ग्वालियर में 26 अप्रैल से लेकर 1 मई तक की है। जब पीड़ित इंजीनियर को ठगी का अहसास हुआ तो वह क्राइम ब्रांच पहुंचा और शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

26 अप्रैल को मिला वॉट्सएप पर मैसेज

तानसेन नगर के पास आरपी कॉलोनी में रहने वाले इंजीनियर श्रीनिवास राव ग्वालियर की ही नाइन स्टार इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में जॉब करते हैं। 26 अप्रैल को उनके वॉटसएप पर बाइट्स टेप डिजिटल कंपनी के माध्यम से मैसेज रिसीव हुआ था। जिसमें बोला गया कि टेलीग्राम एप डाउनलोड कीजिए।

टेलीग्राम पर एडमिन निकिता दलाल से बातचीत हुई। निकिता ने इंजीनियर राव को बताया कि उनको पार्ट टाइम जॉब में कुछ चैनल को फॉलो करना होगा, फिर रेटिंग देनी होगी। इस काम के आपको हर दिन के 1000 से 2500 रुपए तक मिल जाया करेंगे।

इसके बाद उनको टास्क दिया गया। पहला टास्क देते समय 1000 रुपए रजिस्ट्रेशन के जमा कराए। जिस पर कुछ देर बाद ही उनको 1500 रुपए प्रॉफिट के साथ वापस कर दिए गए।

पहला टास्क जीतने पर लालच में फंसे

श्रीनिवास राव को पहले टास्क में 500 रुपए का प्रॉफिट हुआ तो लगा कि यह काम ठीक है। इसमें कम समय में अच्छा पैसा मिल रहा है। इसे वह जारी रखेंगे। इसके बाद उनको पांच अन्य टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया। दूसरा टास्क देने से पहले 30 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन के जमा कराने के लिए कहा।

इंजीनियर ने अपने एचडीएफसी अकाउंट से ठगों के खातों में ऑनलाइन भेज दिए। इसके बाद टास्क जीत लिया और उनके ऑनलाइन वॉलेट में प्रॉफिट के साथ शो हो रहे थे। जब उन्होंने अपना कैश निकालना चाहा तो बताया कि यह कैश अभी नहीं निकाल सकते। आपको चार टास्क पूरे करने होंगे।

90 हजार और 1.5 लाख रुपए और ऐंठ लिए

बाद में 2 और टास्क पूरे कराने के बदले इंजीनियर से पहले 90 हजार रुपए, फिर डेढ़ लाख रुपए की डिमांड की गई।

टास्क पूरा करने के लिए किसी तरह उसने रिश्तेदारों व दोस्तों से उधार लेकर ठगों के अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। अब उस अकाउंट में 6.80 लाख रुपए शो हो रहे थे। जब उसने निकालना चाहा तो उसे एक विड्राल कोड दिया गया।

जब उसने कोड यूज किया तो फाइनेंस टीम ने बताया कि उसका क्रेडिट स्कोर अभी 70 शो हो रहा है। उसका पैसों तभी निकल पाएगा जब उसका स्कोर 100 हो जाए। उसने उपाय पूछा तो बताया कि 2.05 लाख रुपए और जमा करने होंगे। अब इंजीनियर पर पैसे भी नहीं थे। वह समझ गया कि उसके साथ ठगी हुई है। जिस पर वह क्राइम ब्रांच पहुंचा और मामले की शिकायत की।

Advertisements