भारत देश में हमारे आसपास बहुत से ऐसे पौधे होते हैं, जो कि किसी औषधि से कम नहीं हैं. अज्ञात होने के कारण लोग इनको नष्ट कर देते हैं. ऐसा ही एक पत्थरचट्टा का पौधा है. इस पौधे की पत्तियां में कई औषधीय गुण होते हैं और इससे कई गंभीर बीमारियों का इलाज हो सकता है. लेकिन कई लोग इस पौधे का सही इलाज नहीं कर पाते हैं. आज हम आपको इस लेख में बताएंगे इस पौधे का इस्तेमाल करने के सही तरीके के बारे में.
आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, पत्थरचट्टा पौधा बेहद गुणकारी है. इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी जैसे कई गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कि हमारे हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. ये चमत्कारी छोटा सा पौधा आमतौर पर खेतों, बगीचों और जंगलों में आसानी से मिल जाता है. गांव में लोग इसे पत्थरचट्टा के नाम से जाना जाता है, लेकिन आयुर्वेद में ये अजूबा के नाम से फेमस है. इसे रोजाना सही तरीके से सेवन करने से किडनी स्टोन को निकलने में बेहद कारगर होता है.
इसका सही उपयोग करने के लिए सबसे पहले आप पत्थरचट्टा की ताजा पत्तियों को तोड़कर उनका रस निकाल लें. फिर रोजाना सुबह खाली पेट इस रस का एक चम्मच सेवन करें. इसके अलावा, इसकी पत्तियों और डंठल को धोकर पानी में उबाल लें. इस काढ़े को छानकर हर रोज सुबह और शाम सेवन करें. यह पथरी को धीरे-धीरे गलाने में मदद करेगा. इसके साथ ही यह कई गंभीर बीमारियों जैसे यूरिन की समस्या, जोड़ों के दर्द, शरीर में सूजन आदि में भी कारगर है.
पत्थरचट्टा पौधा लीवर के लिए एक प्राकृतिक टॉनिक का काम करता है और लीवर की कई गंभीर बीमारियों से बचाता है. इसका नियमित उपयोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है.