ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक में आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए हैं. जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने खुद इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं.
इस हमले के बाद दुखी मसूद अजहर ने कहा कि अच्छा होता कि इस हमले में मै भी मारा जाता. जैश-ए-मोहम्मद ने एक बयान में कहा गया है, “मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन के साथ मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां, बाजी सादिया के पति समेत सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे घायल हुए हैं. ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे हुए हैं.” एयरस्ट्राइक में मारे गए अजहर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को आज ही दफनाया जाएगा.
आपको बता दें कि देर रात भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ पंजाब का वहावलपुर भी शामिल है.एक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि ‘भारत की कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली रही है.’ उन्होंने कहा कि पहलगाम का हमला अत्यधिक बर्बरतापूर्ण था.
देर रात चलाया ऑपरेशन
इस दौरान कर्नल सोफ़िया कुरैशी ने बताया कि भारत के सशस्त्र बलों ने 6-7 मई 2025 की रात 1 बजकर 5 मिनट से 1.30 बजे के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया. उन्होंने बताया, “ये ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकवादी हमले के शिकार मासूम नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए लॉन्च किया गया था. इस कार्रवाई में ना तो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया और ना ही आम लोगों को. नौ आतंकवादी शिविरों को टारगेट किया गया और पूरी तरह से इन्हें तबाह कर दिया गया.”
इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया. कुल मिलाकर नौ जगहों को निशाना बनाया गया.”