माढ़ोताल थाना प्रभारी नीलेश दोहरे ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पूरी घटना 28 मार्च की है. माढ़ोताल थाना क्षेत्र के भोला नगर में रहने वाले 13 साल के अंशु चौधरी ने घर में अकेले होने के दौरान यह दर्दनाक कदम उठाया. बताया जा रहा है कि एग्जाम में फेल होने के कारण वह तनाव में था. रिजल्ट देखकर घर लौटने के बाद छात्र ने किचन में लगी लोहे की रॉड पर रस्सी का फंदा बनाया और उस पर झूल गया. बहुत देर बीतने के बाद जब घर का दरवाजा नहीं खोला तो बड़े भाई ने पड़ोस में रहने वाली अपनी बुआ को घर बुलाया और फिर घर की दीवार कूद कर खिड़की से अंदर झांका तो अंशु फंदे पर लटका हुआ था.
‘पढ़ाई में अच्छा था अंशु’
परिजनों के मुताबिक अंश उर्फ अंशु चौधरी पढ़ाई में अच्छा था, फिर भी वह अपनी असफलता को सहन नहीं कर सका. यह इस बात को दर्शाता है कि केवल अच्छे अंक लाना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि बच्चों की भावनात्मक स्थिति को समझना और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाना भी आवश्यक है. बच्चों की शिक्षा और परीक्षा परिणाम को लेकर समाज में अत्यधिक दबाव रहता है. कई बार माता-पिता और शिक्षकों की अपेक्षाएं इतनी बढ़ जाती हैं कि बच्चे उन्हें पूरा करने में असमर्थ महसूस करने लगते हैं.