जबलपुर: माढोताल पुलिस ने बीएसएनएल के सेवानिवृत्त बुजुर्ग कर्मचारी संतोष कुमार चौबे की हत्या के मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें न्यायालय पेश किया गया था जहां कोर्ट ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया, माढ़ोताल थाना प्रभारी नीलेश दोहरे ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 दिसंबर 2024 को संजय चौबे नामक व्यक्ति ने माढोताल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता संतोष कुमार चौबे, जो करमेता स्थित पुराने घर के नीचे के फ्लोर में अकेले रहते थे, 14 दिसंबर से लापता थे. सुबह किरायेदार दिलीप शाह ने उन्हें बताया कि संतोष कुमार नहीं मिल रहे हैं.
खोजबीन के बाद संतोष कुमार का खून से लथपथ शव उनके दूसरे मकान के कमरे में मिला, जिसके बाद सूचना पर पहुँची पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की. और इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई. पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी के निर्देशन में माढोताल पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया। प्रारंभिक जांच में पांच आरोपियों, राजन कोल, सतीश कोरी, शिवा कोल, शेख सोहेल और एक नाबालिग बालक को गिरफ्तार कर लिया गया था.
वही सुमित केवट और अभिषेक केवट फरार थे, जिनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण बन गई थी. थाना प्रभारी नीलेश दोहरे के नेतृत्व में गठित टीम को मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर आरोपियों की घेराबंदी की. दोनों को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम देने की बात कबूल की. फरार आरोपियों सुमित और अभिषेक की गिरफ्तारी के साथ सभी आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया गया जहां कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.