मध्य प्रदेश : जबलपुर जिले में एक रिटायर्ड अफसर से साइबर ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग और गिरफ्तारी का डर दिखाकर 59 लाख रुपए ठग लिए.खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताने वाले कॉलर ने कहा आपके नाम से फर्जी एटीएम बनाकर करोड़ों का लेन-देन हो रहा है, पुलिस जल्द घर पहुंचने वाली है.’ इस धमकी से घबराकर अफसर ने अपनी पूरी रिटायरमेंट की रकम ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर कर दी. ठगी का एहसास तब हुआ जब कॉल आना बंद हो गया.साइबर टीम ने कार्रवाई करते हुए जयपुर से दो ठगों को गिरफ्तार किया है, जो देशभर में ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ का झांसा देकर लोगों को लूटते थे.
जबलपुर। साइबर अपराधों पर शिकंजा कसते हुए जबलपुर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। वृद्धा से मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर 59 लाख 65 हजार रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया गया है.यह कार्रवाई पुलिस कप्तान सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीम द्वारा की गई.
टीआई शैलेश मिश्रा ने बताया कि 61 वर्षीय शशि शर्मा निवासी पटेल मोहल्ला, यादव कॉलोनी को 10 जनवरी को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया.कॉल करने वाले ने उन्हें यह कहकर डराया कि उनकी सिम का मनी लॉन्ड्रिंग में दुरुपयोग हुआ है, और यदि उन्होंने बताई गई प्रक्रिया नहीं मानी तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.डर के कारण उन्होंने 10 से 20 जनवरी के बीच अलग-अलग खातों में कुल 59,65,000 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए.
टीम बनाकर जयपुर में दबिश-
पुलिस कप्तान के निर्देश पर एएसपी आनंद कलादगी, डीएसपी उदयभान बागरी और टीआई अपराध शैलेष मिश्रा के नेतृत्व में टीम गठित की गई. जयपुर (राजस्थान) में दबिश देकर आरोपी मुकेश चौधरी (24) निवासी नागौर को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से दो मोबाइल, एक चेकबुक और एक एटीएम कार्ड बरामद किया गया.
इनकी रही सराहनीय सराहनीय भूमिका-
कार्यवाही में टीआई अरविंद आर्मो, एसआई नीरज नेगी, प्रधान आरक्षक अमित पटेल व क्राइम ब्रांच के आरक्षक विनय ने आरोपी की गिरफ्तारी में विशेष योगदान दिया.